NEET paper leak case: नीट पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार ने किसी तरह की धांधली होने से इनकार किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कहा कि NEET परीक्षा में किसी प्रकार के भ्रष्टाचार या पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है। लेकिन, बिहार में इस मामले में हुई कार्रवाई कुछ अलग ही कहानी बयां करती नजर आ रही है। बिहार पुलिस को इस मामले में जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे। इसके साथ ही पुलिस ने दर्जन भर से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था। अब एक आरोपी ने खुद अपनी गलती मान ली है। ऐसे में यह मामला और भी ज्यादा उलझता नजर आ रहा है।

NTA की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवाल
बिहार के साथ पूरे देशभर में 5 मई को NEET की परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें 24 लाख से ज्यादा कैंडिडेट शामिल हुए थे। बिहार में पेपर लीक और सॉल्वर गैंग की गतिविधियों के चलते 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से 14 लोग पटना से, 4 पूर्णिया से और 1 गोपालगंज से गिरफ्तार किए गए। सभी आरोपी अन्य परीक्षार्थियों की जगह परीक्षा दे रहे थे। हालांकि, अब तक परीक्षा कराने वाली एजेंसी NTA इसे लेकर चुप है। ऐसे में जिस निकाय को केंद्रीय शिक्षा मंत्री विश्वसनीय बता रहे हैं, उसी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। 

शिक्षा मंत्री ने किया धांधली से इनकार
बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कहा कि NEET परीक्षा में किसी प्रकार की धांधली, भ्रष्टाचार या पेपर लीक का कोई सबूत नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) एक बहुत विश्वसनीय निकाय है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी यही बात दोहराई। साथ ही यह भरोसा दिलाया था कि सरकार विद्यार्थियों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे में अब यह सवाल उठने लगे हैं कि बिहार पुलिस ने अब तक इस मामले में जो कार्रवाई की है उसका क्या होगा। बिहार पुलिस ने तो इस मामले में दर्ज अपनी FIR में साफ तौर पर लिखा है कि 'पेपर लीक किया गया था।'

इन आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
बिहार में नीट पेपर लीक मामले में जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है उनमें सिकंदर यादवेन्द्र, जिला-समस्तीपुर, रौशन कुमार, जिला-नालंदा, रीना कुमारी, जिला-समस्तीपुर, आशुतोष कुमार, जिला-पटना, बिट्टु कुमार, जिला-रोहतास, अखिलेश कुमार, जिला-पटना, आयुष कुमार, जिला-पटना, नीतीश कुमार, जिला-गया, अमित आनन्द, जिला-मुंगेर, अभिषेक कुमार, जिला-रांची झारखंड, अनुराग यादव, जिला-समस्तीपुर, अवधेश कुमार, जिला-रांची झारखंड (अभिषेक के पिता), शिवनंदन कुमार, जिला-गया, सोफिया, अमरावती, महाराष्ट्र, कमलेश, राजस्थान के जालौर जिले के सांचौर थाने के खाका राम गांव का निवासी, नीतीश कुमार, भोजपुर जिले के बिहियां गांव का निवासी, सौरभ कुमार, बेगूसराय जिले के मटिहानी थाना का निवासी, मयंक चौधरी उर्फ कृष्णा कुमार, सीतामढ़ी जिले का निवासी है। 

आरोपी आयुष का कबूलनामा आया सामने
पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी आयुष ने पुलिस के समक्ष अपना बयान दिया। उसने बताया कि उसे 4 मई को पटना के रामा कृष्णानगर थाने के खेमनीचक के लर्न हॉस्टल में ले जाया गया था। वहां उसे प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया और याद करने के लिए कहा गया था। आयुष ने कबूल किया कि परीक्षा के दौरान सभी प्रश्न हू-ब-हू मिले थे। उसके साथ 20-25 अन्य परीक्षार्थी भी मौजूद थे, जिन्हें प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया था और रटाया गया था।

बिहार पुलिस ने अपनी एफआईआर में क्या कहा है?
पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में केस नंबर 358/24 दर्ज किया था। पुलिस ने पटेल भवन की ओर से आ रही एक सफेद रंग की डस्टर गाड़ी को रोका, जिसमें ड्राइवर समेत तीन लोग थे। इनकी पहचान सिकंदर यादवेन्द्र, अखिलेश कुमार और विटू कुमार के रूप में हुई। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उन्होंने नीट परीक्षा में सेटिंग की है और पटना के विभिन्न सेंटर्स पर उनके छात्र परीक्षा दे रहे हैं। इस सेटिंग में संजीव सिंह, शंकी, नीतीश और अमित आनंद भी शामिल थे।

NEET UG री एग्जाम का नोटिफिकेशन जारी
NTA ने NEET UG री एग्जाम का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। 1563 कैंडिडेट्स के स्कोरकार्ड कैंसिल कर दिए गए। री एग्जाम 23 जून को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा का रिजल्ट 30 जून तक जारी किया जाएगा। NTA ने कहा है कि केवल उन्हीं कैंडिडेट्स को री एग्जाम में शामिल होने का मौका मिलेगा जिन्हें NTA का ईमेल आएगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में NEET UG एग्जाम में ग्रेस मार्क्स देने से जुड़े विवाद को लेकर कई पीटिशन दायर की गई थी। इसके साथ ही अलग अलग राज्यों के हाईकोर्ट में भी इससे जुड़ी याचिकाएं लगाई गई हैं।