Agnipath Scheme: कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को एक बार फिर अग्निपथ स्कीम को लेकर संसद में मोदी सरकार को घेरा। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी उनके आरोपों का जवाब दिया। लोकसभा में दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस देखने को मिली। राहुल ने आरोप लगाया कि अग्निपथ स्कीम ने देश के सैनिकों की वित्तीय सुरक्षा और सम्मान छीन लिया है। बता दें कि 1 जुलाई को भी लोकसभा में राहुल गांधी और रक्षा मंत्री के बीच इसी तरह की तीखी बहस हुई थी।
अग्निपथ योजना के बारे में गुमराह किया जा रहा: रक्षा मंत्री
- राहुल गांधी ने दावा किया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में देश के सैनिकों और उनके परिवारों को वित्तीय सुरक्षा और सम्मान से वंचित कर दिया है, क्योंकि अग्निपथ योजना में उनके लिए पेंशन का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह योजना सरकार की "युवा-विरोधी और किसान-विरोधी" नीतियों को उजागर करती है।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत राहुल पर बजट को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि वित्त मंत्री सीतारमण अपने आगामी भाषण में इन्हें लेकर जबाव देंगी। राजनाथ ने कहा कि राहुल अग्निपथ योजना के बारे में लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जिससे लोकसभा में हंगामा मच गया।
पीएम मोदी अग्निवीर को शहीद नहीं मानते: राहुल गांधी
- राहुल गांधी ने कहा- "एक अग्निवीर की लैंडमाइन ब्लास्ट में जान चली गई, लेकिन उसे 'शहीद' का दर्जा नहीं मिला। मैं उसे शहीद मानता हूं, लेकिन भारत सरकार नहीं। पीएम मोदी उसे शहीद नहीं कहते। वे उसे अग्निवीर कहते हैं। उसके परिवार को पेंशन या मुआवजा नहीं मिलेगा। अग्निपथ योजना उन्हें एक मजदूर की तरह अस्थायी मानती है।" इस पर बीजेपी सांसदों ने जमकर विरोध किया।
- राजनाथ सिंह ने कहा- राहुल गांधी सदन को गुमराह कर रहे हैं। कर्तव्य के दौरान जान गंवाने वाले अग्निवीरों के परिवारों को 1 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता मिलती है। उन्हें (राहुल गांधी) सदन को गलत बयानों से गुमराह नहीं करना चाहिए। हमारी सीमाओं की रक्षा करते हुए या युद्ध के दौरान बलिदान देने वाले अग्निवीर के परिवार को 1 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है।
राहुल गांधी ने अग्निवीर अजय कुमार का मुद्दा उठाया
इसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने कर्तव्य के दौरान मारे गए अग्निवीर अजय कुमार का मुद्दा उठाया और उनके पिता का एक वीडियो पोस्ट कर दावा किया कि परिवार को केंद्र सरकार से कोई पैसा नहीं मिला और उन्होंने सुविधाओं और पेंशन की मांग की है। अजय कुमार के परिवार ने बाद में साफ किया कि उन्हें कुछ मुआवजा मिला है, लेकिन उन्होंने अपने बेटे को शहीद का दर्जा देने की मांग की। अजय के पिता का कहना है कि अग्निवीर योजना को समाप्त किया जाए और हमें पेंशन और कैंटीन कार्ड मिले।
2022 में सेना में भर्ती के लिए लॉन्च हुई थी अग्निपथ स्कीम
बता दें कि अग्निपथ योजना की शुरुआत 2022 में की गई थी, इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों में अल्पकालिक सेवा के लिए कर्मियों की भर्ती करना और उम्मीदवारों की ऐज प्रोफ़ाइल को कम करना था। अग्निवीरों को रेगुलर बेनिफिट जैसे सर्विस के दौरान जान गंवाने पर पेंशन नहीं मिलती है। इस मुद्दे ने देश में बड़ी बहस को जन्म दिया है, जिसमें एक संसदीय समिति ने पहले सिफारिश की थी कि कर्तव्य के दौरान मारे गए अग्निवीरों के परिवारों को नियमित सैन्य कर्मियों के परिवारों की तरह लाभ मिलना चाहिए।