हैदराबाद: लोकसभा चुनाव होने में महज 3 महीने बचे हैं। उससे पहले 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का उद्घाटन होगा। ऐसे में नेताओं के बयान कड़वाहट से भरने लगे हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली की सुनहरी बाग मस्जिद का जिक्र कर मुस्लिमों से अलर्ट और एकजुट रहने की अपील की। उन्होंने अयोध्या के विवादित ढांचे की भी बात की। उन्होंने कहा कि देश में मस्जिदें आबाद रहनी चाहिए।

असदुद्दीन ओवैसी ने भवानी नगर में एक कार्यक्रम में बाबरी मस्जिद को लेकर कहा कि जिस जगह पर पिछले 500 सालों से पवित्र कुरान पढ़ी जाती थी, वह जगह अब उनके हाथ में नहीं है। युवाओं, मैं आपको बता रहा हूं, हमने अपनी मस्जिद खो दी है और आप देख रहे हैं कि वहां क्या किया जा रहा है। क्या आपके दिल में दर्द नहीं है? ओवैसी ने कहा कि इस समय देश की तीन-चार और मस्जिदों को लेकर साजिश रची जा रही है। इसमें दिल्ली की सुनहरी मस्जिद भी शामिल है।

हो सकता है कि ये मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं
एआईएमआईएम प्रमुख ने आगे कहा कि युवा मुसलमानों को सतर्क और एकजुट रहना होगा। अपना समर्थन और ताकत बनाए रखें। अपनी मस्जिदों को आबाद रखें। ऐसा हो सकता है कि ये मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं। मुझे उम्मीद है कि आज का युवा, जो कल का बूढ़ा व्यक्ति होगा, अपनी नजरें आगे रखेगा इस बारे में गंभीरता से सोचेगा कि वह कैसे अपनी, अपने परिवार की, अपने शहर की और अपने पड़ोस की मदद कर सकते हैं। एकता एक ताकत है, एकता एक वरदान है।

22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन
अयोध्या के राम मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा। अंतिम दिन, 22 जनवरी को सुबह की पूजा के बाद, दोपहर में राम लला के विग्रह को 'मृगशिरा नक्षत्र' में प्रतिष्ठित किया जाएगा। राम मंदिर की आधारशिला 5 अगस्त, 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने रखी थी। 

गौरतलब है कि 2019 में अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था। शीर्ष अदालत के फैसले के बाद केंद्र सरकार ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया था। यह ट्रस्ट राम मंदिर के निर्माण कार्य को देख रहा है।