Smriti Irani vs who?: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर सस्पेंस आज, गुरुवार (2 मई) खत्म होने की संभावना है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक दिन पहले बुधवार को कहा था कि अगले 24 घंटों में इस मामले पर निर्णय ले लिया जाएगा।
हालांकि, कहानी में एक मोड़ हो सकता है, क्योंकि राहुल गांधी कथित तौर पर 2024 का लोकसभा चुनाव अमेठी या रायबरेली से लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। वह नहीं चाहते हैं कि इन सीटों पर परिवार के किसी सदस्य को मैदान में उतारा जाए। दरअसल, राहुल गांधी ने अब लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 मई को पुणे में एक रैली को संबोधित करने की योजना बनाई है। दोनों हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों में 20 मई को मतदान होगा।
अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार का गढ़
अमेठी और रायबरेली गांधी-नेहरू परिवार का पारंपरिक क्षेत्र माना जाता है। क्योंकि परिवार के सदस्यों ने कई दशकों तक इन सीटों का प्रतिनिधित्व किया है। अमेठी सीट राहुल गांधी का गढ़ रही है। उन्होंने 2004 में यहां अपना पहला चुनाव लड़ा था। वह 2019 में स्मृति ईरानी चुनाव हारने तक लगातार तीन बार इस सीट से सांसद रहे। राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड से सांसद हैं। उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव भी वायनाड से लड़ा था।
खड़गे ने मनाया, नहीं माने राहुल गांधी, जानिए बड़ी बातें
- कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अमेठी के लिए राहुल गांधी को मनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव न लड़ने का अपना मन बना लिया है।
- एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि राहुल गांधी हाल ही में रायबरेली से लड़ने के लिए लगभग सहमत हो गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने इसके खिलाफ फैसला किया।
- सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना है, लेकिन परिवार ने अभी तक अंतिम फैसला नहीं किया है।
- उन्होंने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ वंशवाद की राजनीति की आलोचना को देखते हुए राहुल गांधी इस विचार के पक्ष में नहीं हैं।
- सूत्रों ने बताया कि अमेठी और रायबरेली सीटों के उम्मीदवारों पर चर्चा के लिए बुधवार को बैठक हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। गांधी परिवार के करीबी सहयोगी केएल शर्मा ने कहा कि लोग उम्मीद कर रहे हैं कि गांधी परिवार के सदस्य अमेठी और रायबरेली सीटों से चुनाव लड़ेंगे।
- बढ़ते सस्पेंस के बीच जयराम रमेश ने कहा कि कोई भी डरा हुआ नहीं है और मामले पर फैसले की घोषणा अगले 24-30 घंटों में की जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष अंतिम निर्णय ले लेंगे और उनके द्वारा लिए गए निर्णय की घोषणा की जाएगी।
- समाजवादी पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लूप में रखा गया है। माना जाता है कि जब वे पिछले महीने एक रैली के दौरान मिले थे तो राहुल गांधी ने अखिलेश यादव से राय मांगी थी कि क्या उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए। सपा प्रमुख ने कहा था कि वह इसके पक्ष में हैं। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है और राज्य की 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
- अटकलों के बढ़ने पर मंगलवार को अमेठी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और मांग की कि पार्टी गांधी परिवार के किसी सदस्य को अमेठी लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाए।
- 2004 से 2024 तक रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सोनिया गांधी ने किया था। इससे पहले, सोनिया गांधी ने राजनीति में प्रवेश करने के बाद अमेठी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था और 1999 में पहली बार चुनाव लड़ा था।
- अमेठी सीट का प्रतिनिधित्व पहले संजय गांधी और राजीव गांधी कर चुके हैं।