Amit Shah in Sant Sammelan: गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में संत सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने यहां पर संतों की सभाओं में कहा कि भगवद गीता का ज्ञान दुनिया के सभी हिस्से में पहुंचनी चाहिए। गीता में हर समस्या का समाधान दिया गया है। यह बेहद खुशी की बात है कि आजादी के 73 साल बाद भी देश के साधु संत गीता का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव सात सालाें में रहा सफल: शाह
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा थी कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाए। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साल 2016 में इसका आयोजन कर उनकी यह इच्छा जाहिर की। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव बीते सात वर्षों में काफी सफल रहा है। इसके आयोजन के उद्देश्य को सफलता से पूरा किया गया है। दरअसल हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह 7 दिसंबर को शुरू हुआ था और 24 दिसंबर तक चलेगा। इसी महोत्सव के तहत संत सम्मेलन का आयोजन किया गया।
देश के संस्कृति को आगे बढ़ा रही है भाजपा
अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश की संस्कृति को आगे बढ़ा रही है। पार्टी ने देश को एकजुट रखने और इसकी अखंडता को बचाए रखने के लिए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया गया। देश को पंथ निरपेक्ष बनाने की बात को ध्यान में रखते हुए तीन तलाक हटाने का अहम फैसला लिया गया। इस समारोह में स्वामी रामदेव, स्वामी ज्ञानानंद समेत आध्यात्मिक जगत के कई बड़े नाम मौजूद रहे। संत सम्मेलन में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह का स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया।
शाह और खट्टर ने की देवीकूप भद्रकाली मंदिर में पूजा
गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को संत सम्मेलन में भाग लेने के बाद कुरुक्षेत्र के श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर में पूजा की। इस दौरान उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने मंदिर में देवी की प्रतिमा पर चुनरी चढ़ाई। दोनों नेताओं के साथ स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। इसके बाद शाह एवं अन्य नेताओं को मंदिर के पुजारियों की ओर से देवी पर चढ़ाई गई चुनरी सौंपी गई।
महोत्सव के पहले संस्करण में हुए थे 20 लाख लोग
हरियाणा सरकार ने 2016 में गीता महोत्सव का आयोजन अंतरराष्ट्रीय महोत्सव के तौर पर करने का फैसला किया था। हरियाणा सरकार कुरुक्षेत्र डेवलपमेंट बोर्ड के साथ मिलकर यह कार्यक्रम करवाती है। इसके पहले संस्करण में दुनिया भर से करीब 20 लाख लोग शामिल हुए थे। इसके बाद साल 2017, 2018 और 2019 में भी इसका आयोजन किया गया। कोरोना महामारी की वजह से इसका आयोजन बीच में रोकना भी पड़ा था।