Anjaneya controversy Statement: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता होलालकेरे अंजनेय ने भगवान राम को लेकर मंगलवार को एक विवादित टिप्पणी कर दी। अंजनेय ने कहा कि अयोध्या वाले राम तो 'भाजपा के राम' हैं। हमारे राम तो मुख्यमंत्री सिद्दारमैया हैं। इसके साथ ही अंजनेय ने कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर नहीं जाएंगे। अंजनेय से चित्रदुर्गा में जब पत्रकारों ने राम मंदिर के उद्घाटन में सिद्दारमैया को नहीं बुलाए जाने के बारे में सवाल पूछा तब उन्होंने यह बात कही।
राम हमारे दिल के अंदर
अंजनेय ने यह भी कहा कि सिद्दारमैया तो स्वयं राम है। वह अयोध्या जाकर भाजपा के राम की पूजा क्यों करेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा अयोध्या राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर राजनीति कर रही है। वह इस समारोह के जरिए अपना प्रचार कर रही है तो उन्हें ऐसा करने दिजिए। हमारे राम तो हमारे दिल के अंदर हैं। उन्होंने कहा कि मेरा नाम आंजनेय हैं। अंजनी के पुत्र अंजनेय भगवान राम के भक्त हैं। हमारे सिद्दारमैया में राम वाले सब गुण है।
भाजपा धर्म के आधार पर बांट रही
अंजनेय ने कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है। उनकी नीति ही धर्म के आधार पर बांटने और राज करने की है। भाजपा ऐसा समझती है कि अगर वह एकधर्म के खिलाफ बोलेगी तो दूसरे धर्म के लोग उसे वोट देंगे। हम भी हिंदू ही हैं। भाजपा ने हिंदुओं और हिंदू धर्म को खरीद नहीं रखा है। अभी भी देश में लोग ऐसे घरों में रहते हैं जहां जानवर भी नहीं रहेंगे। पहले इन घरों को राम मंदिर बनाइए। ऐसा करने पर ही राम आएंगे और आपको आशीष देंगे। सिर्फ वोटों के लिए राम के नाम का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
भाजपा ने जताई नाराजगी
अंजनेय के इस बयान पर भाजपा नेता बसनगौड़ा पाटिल ने नाराजगी जाहिर की। पाटिल ने कहा कि यह हमारे राज्य का दुर्भाग्य है कि ऐसे मूर्ख, हिंदू विरोधी और भाई भतीजावाद करने वाले मंत्री रहे हैं। अंजनेय को अगर सिद्दारमैया की पूजा करनी है तो अपने घर में करें। वह हिंदूओं के आदर्श भगवान राम के बारे में बात करना बंद करें। वहीं कर्नाटक प्रदेश भाजपा ने कहा कि कांग्रेस हिंदूओं का अपमान कर रही है। पहले तो इसने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए और अब यह अपने नेताओं से प्रभु राम की तुलना कर रही है। हिंदूओं के खिलाफ नफरत भाजपा के डीएनए में हैं।