Arunachal CM Oath:पेमा खांडू ने गुरुवार, 13 जून को लगातार तीसरी बार अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ चाउना मीन ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह ईटानगर स्थित दोरजी खांडू कन्वेशन सेंटर में आयोजित हुआ। इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। पेमा खांडू के साथ अरुणाचल प्रदेश सरकार के नए मंत्रिमंडल के 10 मंत्रियों ने भी शपथ ली।
पेमा खांडू के साथ ही उनके मंत्रिमंडल में शामिल हुए बियुराम वाघा, गणरील डेनवांग वांगसू, पासंग दोरजी सोना, दासंगलू पुल, ओजिंग तासिंग, न्यातो दुकम,वानकी लोवांग,बालो राजा,मामा नटुंग और मामा नटुंग ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
खांडू ने साथी विधायकों का जताया था आभार
बुधवार को खांडू ने अरुणाचल प्रदेश में भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने पर आभार व्यक्त किया था। खांडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा, "मैं अपने साथी भाजपा विधायकों का मुझ पर भरोसा जताने के लिए आभारी हूं। मैं अपने सांसदों, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी दिन-रात काम करने के लिए धन्यवाद देता हूं, ताकि चुनावों में शानदार जीत सुनिश्चित हो सके। अब, आइए अरुणाचल प्रदेश में सर्वांगीण विकास की गति को और तेज करने और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए मिलकर कड़ी मेहनत करें।
पहली बार 2016 में सीएम बने थे पेमा खांडू
बुधवार, 12 जून को ईटानगर में आयोजित भाजपा विधायक दल की बैठक में खांडू को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। इस बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और तरुण चुघ भी मौजूद थे। बैठक के बाद खांडू ने सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल केटी परनायक से मुलाकात की। पेमा खांडू ने पहली बार 2016 में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला था, जब नबाम तुकी ने इस्तीफा दिया था। उस समय खांडू कांग्रेस के साथ थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान वे भाजपा में शामिल हो गए।
अरुणाचल प्रदेश में भाजपा की बड़ी जीत
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा को 60 में से 46 सीटों पर जीत मिली है। पेमा खांडू सहित पार्टी के 10 प्रत्याशी निर्विरोध विधायक चुने गए थे, जिसके कारण चुनाव केवल 50 सीटों पर हुए थे। राज्य में भाजपा का नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ गठबंधन है, जिसे 5 सीटें मिलीं। इस प्रकार एनडीए के पास कुल 51 सीटें हैं।अरुणाचल प्रदेश में भाजपा गठबंधन ने सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे।