Lok Sabha Election 2024: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक प्रेसवार्ता में पार्टी के चुनावी वादों की घोषणा की। उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने "गारंटी" की घोषणा करने से पहले इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों से बात की थी? इस पर सीएम केजरीवाल ने हाथ जोड़कर विपक्ष के सहयोगी दलों से माफी मांगी और कहा- समय कम है, चुनाव आधा हो चुका है। इसलिए ऐसा करना जरूरी था। हालांकि, आप संयोजक ने कहा कि मेरा मानना है कि देश की किसी भी पार्टी को स्कूल और अस्पताल खोलने के उनके वादे पर कोई आपत्ति नहीं होगी।
क्या केजरीवाल प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे?
- अरविंद केजरीवाल ने एक दिन पहले ही बीजेपी में उत्तराधिकार और प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर नरेंद्र मोदी को लेकर सवाल उठाए थे। आज पत्रकारों ने केजरीवाल से पूछा कि क्या वह प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं? उन्होंने जवाब दिया- ''नहीं, मैं नहीं हूं।'' उन्होंने आगे कहा कि अगर विपक्षी गठबंधन सत्ता में आता है तो वह सुनिश्चित करेंगे कि आप की गारंटी पूरी हो।
- इससे पहले केजरीवाल ने आप विधायकों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि आप की ये 10 गारंटी नए भारत की नीव रखेंगी। इनमें से कुछ काम पिछले 75 साल में हो जाने चाहिए थे, लेकिन आज भी अधूरे हैं। कुछ काम ऐसे हैं जिनके बिना कोई भी देश शक्तिशाली नहीं हो सकता। ये काम युद्ध स्तर पर पूरे किए जाएंगे। (ये भी पढ़ें... सीएम केजरीवाल ने दी 10 गारंटी, फ्री बिजली से मुफ्त इलाज तक का वादा, चीन को लेकर कही बड़ी बात)
केजरीवाल के सवाल पर शाह को देनी पड़ी थी सफाई
बता दें कि केजरीवाल ने शनिवार को एक रैली में कहा- मोदीजी अपने लिए नहीं अमित शाह को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट मांग रहे हैं। अगले 25 सितंबर को वे 75 साल के हो जाएंगे। इन्हीं लोगों ने नियम बनाए थे कि बीजेपी के 75 पार वाले सभी नेता रिटायर होंगे। इनमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा जैसे बड़े नेता शामिल हैं। केजरीवाल ने कहा कि जब मोदीजी रिटायर हो जाएंगे तो क्या अमित शाह मोदी की गारंटी पूरी करेंगे? उनके सवाल पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जवाब दिया- केजरीवाल इतने खुश न हों, मोदीजी ही देश के प्रधानमंत्री होंगे और वे अपना अगला कार्यकाल भी पूरा करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रचार के लिए अंतरिम जमानत दी
दिल्ली के मुख्यमंत्री को चुनाव प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली है। उन्होंने सैनिकों की भर्ती के लिए अग्निवीर योजना को खत्म करने, किसानों को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का वादा किया। साथ ही दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाना भी उनकी गारंटी में शामिल है। बता दें कि दिल्ली शराब नीति केस में प्रवर्तन निदेशालय ने मार्च में केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। 51 दिनों से आप नेता तिहाड़ जेल में बंद थे। अब शीर्ष अदालत से उन्हें राहत मिली है। 7 चरणों के चुनाव में आखिरी दौर का मतदान होने के बाद 2 जून को उन्हें सरेंडर करना होगा।
दिल्ली की सभी सीटों पर 25 मई को होगा मतदान
बता दें कि दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है। इसके बाद नतीजे चार जून को आएंगे। इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। इसके तहत आप ने चार सीटों पर तो कांग्रेस ने तीन सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं। ऐसे में दोनों पार्टियां साथ मिलकर बीजेपी को पटखनी देने की जुगत में हैं। हालांकि, यह देखना होगा की कितनी सफलता मिल पाती है। खास बात है कि दिल्ली में 2014 और 2019 लोकसभा चुनावों में भाजपा ने सभी सात सीटें जीतीं थी।