Atul Subhash Suicide Note: "तुम्हारे लिए मैं अपने आप को हजार बार कुर्बान कर सकता हूं..."। यह पंक्तियां 23 पेज के उस सुसाइड नोट की है जिसे एआई इंजीनियर अतुल सुभाष ने खुदकुशी से पहले लिखा था।  इस मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। अतुल ने अपनी पत्नी और न्यायिक व्यवस्था के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए दिल दहला देने वाली बातें लिखीं। अपने सुसाइड नोट में एआई इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपने बेटे के लिए भी एक मैसेज लिखा है, जिसमें साफ तौर पर उनका दर्द झलकता है। आइए, जानते हैं कि अतुल सुभाष ने अपने बेटे को क्या आखिरी संदेश दिया।  

बेटे मैं तुम्हारे लिए जान दे रहा हूं
अतुल सुभाष ने अपने बेटे के लिए जो संदेश लिखा, वह हर किसी को भावुक कर सकता  है। अतुल ने लिखा, "जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा, तो सोचा कि मैं तुम्हारे लिए किसी भी दिन अपनी जान दे सकता हूं। लेकिन दुख की बात है कि आज मैं तुम्हारे कारण अपनी जान दे रहा हूं।" अतुल ने लिखा है कि मुझे अब तुम्हारा चेहरा भी याद नहीं रहता, जब तक कि मैं तुम्हारी बचपन की तस्वीर न देखें। 

तुम्हें एक टूल बना दिया गया है
अतुल ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरे बेटे तुम्हें एक ऐसा टूल बना लिया गया है जिसके जरिए तुम्हारे पिता, दादा-दादी, चाचा-चाची का शोषण किया जाएगा। जब तक मैं जिंदा रहूंगा और पैसे कमाता रहूंगा, वे लोग मुझसे ज्यादा से ज्यादा रुपए ऐंठने के लिए तुम्हारा इस्तेमाल करेंगे। मैं अपने पिता, भाई और मां को ऐसे परेशान नहीं होने दे सकता। 

पिता के लिए सैकडों बेटे कुर्बान कर सकता हूं
सुसाइड नोट में अतुल ने लिखा है कि मैं, अपने तुम्हारे लिए अपने आप को हजार बार कुर्बान कर सकता हूं। हालांकि, मैं अपने पिता को परेशान करने कारण नहीं बन सकता। मैं अपने पिता के लिए तुम्हारे जैसे 100 बेटों को बलिदान कर सकता हूं। मुझे इस बात का संदेह है कि तुम कभी भी ये समझ पाओगे ककि पिता क्या होते हैं, लेकिन मैं इस बात को अच्छे से जानता हूं।

अपने पिता को लेकर भी लिखीं भावुक बातें
अपने पिता को लेकर भी अतुल सुभाष ने सुसाइड नोट में भावुक बातें लिखी हैं। अतुल ने लिखा पिता होने किसी भी बेटे के लिए बड़े सौभाग्य की बात होती है। वह मेरे गौरव हैं। मेरे पिता ठीक वैसे ही हैं जैसा मैंने हमेशा बनने की कोशिश की है। ये वही हैं जिसे एक बेटा चुनौती देना चाहता है। जिस पर एक बेटा हमेशा गर्व करना चाहता है। पिता और बेटे के संबंध को ना तो लिखा जा सकता है और शायद ना ही समझा जा सकता है, लेकिन मेरे बेटे तुम्हें ये सब समझाना व्यर्थ है। तुम मुझे नहीं जान पाओगे, काश मैं तुम्हारे साथ होता। मैं तुम्हें वह सबकुछ बताना चाहता था जो मैंने सीखा, समझा और जाना है।

पत्नी और ससुरालवालों पर लगाए गंभीर आरोप
अतुल ने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि शादी के बाद उन पर दहेज उत्पीड़न और अन्य झूठे मुकदमे दर्ज कराए गए। पत्नी और ससुरालवालों ने तीन करोड़ रुपये की मांग की थी। इन झूठे मामलों ने उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से तोड़ दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इस अन्यायपूर्ण व्यवस्था ने उनके जीवन को नष्ट कर दिया।  

बेटे के लिए छोड़ गए हैं खास गिफ्ट
अतुल ने अपने बेटे के 18वें जन्मदिन के लिए एक खास गिफ्ट छोड़ा। उन्होंने लिखा, "इस लिफाफे को 2038 में खोलना..."। हालांकि, उन्होंने अपने बेटे को समझाने की कोशिश की कि पिता होना क्या होता है। उन्होंने लिखा कि पिता पुत्र का रिश्ता न तो लिखा जा सकता है और न ही समझाया जा सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनका बेटा कभी यह समझ पाएगा।  

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न्यायिक व्यवस्था पर भी उठाए सवाल
अतुल ने अपने सुसाइड नोट में भारतीय न्यायिक व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि यह व्यवस्था पिता को बच्चे से अलग करने का काम करती है। उन्होंने अपने जीवन के दर्दनाक अनुभव साझा करते हुए कहा कि हर पिता को इस व्यवस्था में शोषित किया जाता है। उन्होंने लिखा, "मैंने ऐसे कई पिताओं से बात की, जो अंदर से रोज मरते हैं। लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा।"  

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सुसाइड से पहले रिकॉर्ड किया था वीडियो
अतुल ने आत्महत्या से पहले डेढ़ घंटे का एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में वह एक ऐसी टी-शर्ट पहने नजर आए थे जिस पर 'Justice Is Due' लिखा हुआ था। 9 दिसंबर को अतुल सुभाष ने बेंगलुरु के अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। अतुल ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में अपनी सारी आपबीती बताई है। इसके बाद से पूरे देश में इस बात को लेकर बहस छिड़ गई है कि पुरुषों को महिलाओं के लिए बने कानून में फंसाया जा रहा है।