Axiom Mission-4: कौन हैं शुभांशु शुक्ला, जिन्हें नासा ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए किया नॉमिनेट; UP के इस शहर में हुई पढ़ाई 

astronaut Shubhanshu Shukla
X
astronaut Shubhanshu Shukla
Axiom Mission-4: ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) जाने वाले पहले और अंतरिक्ष जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी।

Shubhanshu Shukla: इंडियन एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला मई में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाएंगे। ISS जाने वाले वह पहले भारतीय होंगे। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार (18 अप्रैल) को सोशल मीडिया X पर पोस्ट लिखकर जानकारी दी। बताया कि शुभांशु को एक्सिओम मिशन-4 के लिए नॉमिनेट किया गया है।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लिखा-भारत अपनी अंतरिक्ष यात्रा में नया अध्याय लिखने जा रहा है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले पहले और अंतरिक्ष जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। 41 साल पहले 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी।

शुभांशु के साथ 4 एस्ट्रोनॉट मई में जाएंगे
एक्सिओम मिशन-4 में शुभांशु शुक्ला सहित चार देशों के 4 एस्ट्रोनॉट सिलेक्ट किए गए हैं। चारो लोग 14 दिन के लिए मई में स्पेस स्टेशन जाएंगे। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को नासा और इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत इस मिशन के लिए चुना गया है।

कौन हैं शुभांशु शुक्ला?

  • ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला मूलत: उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। लखनऊ के अलीगंज स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में इनकी शुरुआती पढ़ाई हुई। 12वीं के बाद नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) का एंट्रेंस क्लियर कर ग्रेजुएशन किया।
  • कैप्टन शुक्ला करीब 18 साल पहले भारतीय वायुसेना ज्वाइन की थी। पिछले साल अगस्त 2024 में वह गगनयान मिशन के लिए भी सिलेक्ट हुए थे। बताया कि बचपन में भारतीय सैनिकों की बहादुरी और बलिदान के किस्से सुना करते थे। जिससे आर्म्ड फोर्स में शामिल होने की प्रेरणा मिली।
  • ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में मिलिट्री ट्रेनिंग ली है। NDA भारत में सशस्त्र बलों (थल सेना, नौसेना और वायुसेना) के लिए ऑफिसर कैडेट्स को प्रशिक्षण देने वाली संस्था है। ट्रेनिंग के साथ यह एकेडमिक डिग्री भी देती है, जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) नई दिल्ली से एफिलिएटेड है।
  • शुभांशु शुक्ला 17 जून, 2006 को भारतीय वायुसेना के फाइटर विंग में शामिल हुए थे। उनके पास 2,000 घंटे से अधिक का फ्लाइंग एक्सपीरियंस है। सुखोई-30 MKI,मिग-21, मिग-29, डोर्नियर और An-32, जगुआर और हॉक जैसे लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं।

यह भी पढ़ें: कौन हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जानें कैसे हुआ गगनयान मिशन के लिए सिलेक्शन

शुभांशु के साथ यह भी एस्ट्रोनॉट जाएंगे
एक्सिओम-4 मिशन के चालक दल में भारत, हंगरी और पोलैंड के मेंबर शामिल हैं। पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की और हंगरी के टिबोर कापू स्पेस में जाने दूसरे एस्ट्रोनॉट होंगे। जबकि, अमेरिकी की पैगी व्हिटसन दूसरी बार स्पेस फ्लाइट मिशन में जा रही हैं।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story