Ayodhya Ram Temple Consecration Ceremony: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ. मोहन राव भागवत ने अतिथियों को संबोधित किया उन्होंने कहा कि रामलला 500 वर्ष बाद फिर से विराजमान हुए हैं। आज रामलला सुन रहे हैं, संकल्प के साथ आगे बढ़ेंगे तो भारत विश्व गुरु बनकर ही रहेगा। वहीं, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज दुनिया अयोध्या को निहार रही है। अब यहां गलियों में गोलियां की नहीं, रामराज्य की गूंज सुनाई देगी। यह विश्व की धार्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बनने को तैयार है। हमें सदियों से इसी दिन का तो इंतजार था। इस अवसर पर सीएम योगी ने संघ प्रमुख को चांदी से बना राम मंदिर का एक मॉडल भी भेंट किया।
'छोटे-छोटे विवादों पर लड़ाई की आदत छोड़नी पड़ेगी'
- संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- आज का आनंद शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। हम जानते हैं कि आज अयोध्या में रामलला के साथ भारत का स्व लौटकर आया है। संपूर्ण विश्व को त्रासदी से राहत देने वाला भारत बनकर रहेगा। इसे यहां पर अनुभव किया जा सकता है। देशभर में मंदिरों के सामने समारोह को देखने वाले सभी लोग भाव विभोर है। ऐसे मौके पर जोश के बीच होश में बोलने का मौका मुझे ही मिलता है।
- मोदी जी ने प्राण प्रतिष्ठा के लिए कठोर व्रत रखा। भगवान राम अयोध्या से बाहर क्यों गए, क्योंकि यहां कलह हुआ। वो 14 साल वनवास पर गए। दुनिया के कलह खत्म करके अयोध्या लौटे। 500 साल बाद आज फिर अयोध्या में विराजमान हुए हैं। रामराज्य कैसा था- हमको भी सारे कलह को दूर करना पड़ेगा। छोटे-छोटे विवादों पर लड़ाई की आदत छोड़नी पड़ेगी।
- सब घटों में राम हैं, हम चलते हैं तो सबके लिए चलते हैं। सब हमारे हैं इसीलिए चल पाते हैं। सत्य के बाद करुणा भी जरूरी है। सरकार की कई कल्याणकारी योजनाएं हैं। सेवा और करुणा के रास्ते पर चलें। सुचिता यानी पवित्रता होनी चाहिए। अपने आप को संयम में रखेंगे तो सारी दुनिया प्रसन्न रखेगी। गांधी जी कहते थे लोभ नहीं करना। अनुशासन का पालन करना है। सामाजिक जीवन में नागरिक आचरण का पालन करना है। हम साथ चलेंगे, एक भाषा बोलेंगे और मिलकर चलेंगे और देश को विश्व गुरु बनाएंगे।
- जिन्होंने आज का दिन लाने के लिए संकल्प लिया, उनके लिए कृतज्ञ हूं। परंतु मैंने क्या किया, मैं उनके लिए बैठा हूं। रामलला सुन रहे हैं, संकल्प के साथ आगे बढ़ें। भारत एक दिन विश्व गुरु बनेगा।
'अयोध्या में गोलियों की नहीं, रामराज्य की गूंज होगी'
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- जय जय सीताराम... रामोत्सव के पावन पर्व पर प्रधानमंत्री, संघ प्रमुख एवं सब का अभिनंदन करता हूं। रामलला की दिव्य धाम में पधारने पर आप सभी को बधाई। 500 सालों के इंतजार के बाद आज मन भावुक है। मुझे शब्द नहीं मिल रहे हैं। आज भारत का हर नगर हर ग्राम अयोध्या धाम है। हर जीह्वा राम राम जप रही है।
- ऐसा लगता है हम त्रेता युग में आ गए। आज रामलला सिंघासन पर विराजे हैं। आखिर भारत को इसी दिन की प्रतिक्षा थी। दर्जनों पीढियां अधूरी प्रतिज्ञा लिए खत्म हो गईं। राम जन्मभूमि दुनिया में पहला प्रसंग होगा, जिसमें एक बहुसंख्यक समाज ने अपने आराध्य के लिए कितनी लड़ाइयां लड़ीं। आज आत्मा प्रफुल्लित हैं, क्योंकि मंदिर वहीं बना है, जहां के लिए प्रतिज्ञा ली थी। संकल्प से सिद्धी के लिए मोदी जी का आभार।
- मुझे पूज्य संतों का पुण्य स्मरण हो रहा है। राम जन्मभूमि संपूर्ण भारत को एकता के सूत्र में बांधने में सफल सिद्ध हुआ है। भाग्यवान है हमारी पीढ़ी जो इस रामकाज में शामिल हो रहे हैं और बड़भागी हैं वो जिन्होंने इस पुण्य काज के लिए बलिदान दिया। पूरी दुनिया अयोध्या को निहार रही है। यह पूरी दुनिया की धार्मिक एवं सांस्कृतिक राजधानी बनने को तैयार है। डबल इंजन की सरकार से विकास के हर कार्य संपन्न हो रहे हैं।
- अयोध्या में विकास सत्य की विजय है। रामलला का प्राण प्रतिष्ठा का समारोह भारत के पुनर्जागरण को दिखा रहा है। आप लोग निश्चिंत रहें, अब अयोध्या की गलियों में गोलियों की गूंज नहीं होगी। रामलला के विराजमान होने के बाज रामराज्य की गूंज सुनाई देगी।