Badlapur Encounter: बदलापुर रेप केस के आरोपी के एनकाउंटर पर विवाद बढ़ गया है। विपक्षी पार्टियों की ओर से एनकाउंटर पर सवाल उठाए जाने के बाद अब इस एनकाउंटर की जांच महाराष्ट्र पुलिस की अपराध जांच विभाग (CID) को सौंप दी गई है। पुलिस की इस घटना पर उठे सवालों के बाद CID को यह जांच सौंपी गई है। घटना को लेकर मानवाधिकार आयोग और पुलिस महानिदेशक (DGP) के कार्यालय को भी जांच के लिए पत्र भेजा गया है। पुलिस के दावों पर कई सवाल उठ रहे हैं।

ठाणे पुलिस की CID को सौंपी गई जांच
ठाणे पुलिस ने इस एनकाउंटर की जांच के लिए CID से अनुरोध किया है। पुलिस ने बताया कि यह मामला प्रोटोकॉल के तहत CID को सौंपा गया है। ठाणे पुलिस कमिश्नर अशुतोष डुंबरे ने इसकी पुष्टि की है। घटना में आरोपी की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी, जिसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

पुलिस के दावों पर उठे सवाल
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि CID की जांच इस बात पर केंद्रित होगी कि आखिर एक हिरासत में बंद शख्स हथियार  कैसे छीन सकता है। आरोपी चौकीदार को हथकड़ी लगी हुई थी, फिर भी उसने पुलिस की पिस्तौल कैसे छीन ली, यह एक बड़ा सवाल है। इसके अलावा, आरोपी ने पिस्तौल को अनलॉक कर फायर कैसे किया, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं।

SIT के चार सदस्यों से होगी पूछताछ
CID,ठाणे सेंट्रल क्राइम ब्रांच की विशेष जांच टीम (SIT) के चार सदस्यों के बयान दर्ज करेगी। एसआईटी की टीम आरोपी को तलोजा सेंट्रल जेल से ठाणे पुलिस मुख्यालय ले जा रही थी। इसी दौरान आरोपी का एनकाउंटर हुआ। इस टीम में सीनियर इंस्पेक्टर संजय शिंदे, असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर निलेश मोरे, हेड कांस्टेबल अभिजीत मोरे और हरीश तावड़े शामिल थे। ये सभी आरोपी पर पहले से दर्ज यौन शोषण के मामले की जांच के लिए उसे पूछताछ के लिए ले जा रहे थे। 

घायल पुलिसकर्मी का इलाज जारी
एनकाउंटर के दौरान सहायक पुलिस निरीक्षक निलेश मोरे घायल हो गए थे। उनके बाएं पैर में गोली लगने से गंभीर चोट आई है और उनका इलाज जुपिटर अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने बताया कि चौकीदार ने गोलीबारी की थी, जिससे मोरे को गंभीर चोट आई। उनका इलाज जारी है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

एनकाउंटर के बाद आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज
मुम्ब्रा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita) की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की है। इनमें हत्या के प्रयास, सरकारी कर्मचारी को कर्तव्यों से रोकने के लिए बल प्रयोग और घायल करने की धाराएं शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि यह FIR घटना के बाद दर्ज की गई है। आरोपी के शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की टीम द्वारा मुंबई के सर जे.जे. अस्पताल में किया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस प्रक्रिया को वीडियो रिकॉर्ड किया जाएगा ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और CID जल्द ही अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।