Bangladesh Govt Recalls Envoys: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने इस हफ्ते एक अहम फैसला लेते हुए कई प्रमुख राजनयिकों (Diplomats) को वापस बुलाया है। इनमें भारत के लिए उच्चायुक्त मुस्तफिजुर रहमान भी शामिल हैं। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रशासनिक विभाग ने इससे जुड़ा ऑर्डर जारी किया। हालांकि, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के इस फैसले से बांग्लादेश की विदेश सेवा में असंतोष फैल गया है। बताया जा रहा है कि जिन राजनयिकों को वापस बुलाया गया है, वे राजनीतिक नियुक्ति नहीं थे।  

दूसरे देशों के राजनयिकों को भी बुलाया गया
मुस्तफिजुर रहमान के साथ ही न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि और ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम और पुर्तगाल के राजदूतों को भी वापस बुलाया गया है। खास बात यह है कि इनमें से कुछ राजनयिक, जिनमें रहमान भी शामिल हैं, आने वाले कुछ महीनों में सेवानिवृत्त होने वाले थे। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब भारत-बांग्लादेश संबंध निचले स्तर पर हैं।  

शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बढ़ी चुनौतियां
इस फैसले का समय भी खासा अहम है, क्योंकि अगस्त में शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद से से भारत-बांग्लादेश संबंधों में खटास आ गई है। बता दें कि छात्र संगठनों के विरोध प्रदर्शन के चलते हसीना को इस्तीफा देना पड़ा था। छात्र प्रदर्शनकारी बांग्लादेश के पीएम आवास तक पहुंच गए थे। इसके बाद शेख हसीना को बांग्लादेश से भागना पड़ा था। शेख हसीना भागकर भारत आ गईं। इसके बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार ने कामकाज संभाला  है।  

भारत और बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक मतभेद
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पिछले महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान यूनुस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक की कोशिश की। हालांकि, यूनुस की ओर से भारत पर की गई टिप्पणी और शेख हसीना के प्रत्यर्पण की संभावनाओं को उठाने के चलते भारतीय पक्ष इस बैठक को लेकर उत्साहित नहीं था। पीएम मोदी और बांग्लादेश सरकार के सलाहकार मोहम्मद युनूस के बीच बैठक नहीं हो पाई  

मुस्तफिजुर रहमान ने संबंध सुधारने में निभाई अहम भूमिका
मुस्तफिजुर रहमान, जुलाई 2022 में भारत के लिए बांग्लादेश के उच्चायुक्त नियुक्त किए गए थे। इसके बाद से ही मुस्तफिजुर रहमान भारत और बांग्लादेश के बीच विकास और सहयोग को बढ़ाने और बेहतर संबंध स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। भारत के हाई कमिश्नर नियुक्त किए जाने से पहले मुस्तफिजुर रहमान जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि और स्विट्जरलैंड और सिंगापुर में बांग्लादेश के राजदूत रह चुके हैं।  

भारत-बांग्लादेश संबंधों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा  
इस बीच, भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने ढाका में बांग्लादेश के वास्तविक विदेश मंत्री तौहीद हुसैन से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। इस बैठक में नियमित द्विपक्षीय तंत्रों को सक्रिय करने पर भी चर्चा की गई। यह स्पष्ट है कि हालिया घटनाएं दोनों देशों के संबंधों पर असर डाल सकती हैं।  बता दें कि भारत से बांग्लादेश में कई चीजों को एक्सपोर्ट किया जाता है, इनमें प्याज और कपास प्रमुख हैं।