Bengaluru Cafe Bomb Blast: बेंगलुरु के फेमस द रामेश्वर कैफे में शुक्रवार दोपहर हुए बम विस्फोट मामले की जांच आतंकवाद विरोधी कानून के तहत आगे बढ़ रही है। वारदात स्थल से बैटरी और एक टाइमर बरामद किया गया है। जो इस बात को साबित करता है कि यह विस्फोट पूर्व नियोजित था। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस बीच पुलिस सूत्रों का दावा है कि कैफे विस्फोट के संदिग्ध ने एक टाइमर का उपयोग करके इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) को ट्रिगर किया था। जिसमें 9 लोग घायल हुए।
नए सीसीटीवी में संदिग्ध नजर आया है। उसने सिर पर टोपी, आंखों पर चश्मा और चेहरे पर मास्क पहन रखा है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है। एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है।
प्रह्लाद जोशी बोले- घटना के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुष्टि की कि यह एक बम विस्फोट था। उन्होंने घटना की उचित जांच का आश्वासन दिया। उधर, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और भाजपा नेता विजयेंद्र येदियुरप्पा ने पीड़ितों से मुलाकात की। प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने विधानसभा की घटना को गंभीरता से लिया होता तो रामेश्वर कैफे में ये घटना नहीं होती। उन्होंने हमला करते हुए कहा कि कट्टरपंथियों को कांग्रेस का समर्थन मिल रहा है, इसलिए ये सब हो रहा है।
गृहमंत्री के पास FSL रिपोर्ट, लेकिन जारी नहीं कर रहे
वहीं, कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष आर अशोक ने कहा कि विधानसभा की घटना के तीन दिन बाद रामेश्वर कैफे में विस्फोट हुआ। कर्नाटक सरकार अप्रत्यक्ष रूप से इन घटनाओं का समर्थन कर रही है। हर जगह वे विफल रहे हैं। पहले से ही एफएसएल रिपोर्ट राज्य के गृह मंत्री के पास आ गई है, लेकिन वे इसे जारी नहीं कर रहे हैं।
पढ़िए विस्फोट मामले में अब तक की 10 अहम बातें
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि फेमस रामेश्वरम कैफे में विस्फोट के कारण और प्रकृति का पता लगाने के लिए जांच चल रही है। उन्होंने विपक्षी दलों से आग्रह किया कि घटना का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और सभी को सहयोग करना चाहिए।
- पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से एक संदिग्ध की पहचान की है। लगभग 28-30 साल का एक युवक कैफे में आया। काउंटर पर रवा इडली खरीदी। बैग एक पेड़ के पास (कैफे के बगल में) रखा और चला गया। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि इसके एक घंटे बाद विस्फोट हुआ।
- केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत जांच और मामला उठाया है। बेंगलुरु पुलिस के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी इस घटना की जांच कर रही है। सात से आठ टीमों का गठन किया गया है और वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मुख्य प्राथमिकता अपराधी को जल्द से जल्द ढूंढना है।
- घटना के एक सीसीटीवी वीडियो में एक विस्फोट दिखाई दे रहा है। जिससे धुआं निकल रहा है और घबराए हुए ग्राहक और अन्य लोग वहां से भाग रहे हैं। हालांकि शुरू में यह संदेह था कि गैस रिसाव या सिलेंडर में विस्फोट के चलते ऐसा हुआ। लेकिन बाद में अग्निशमन विभाग ने इस संभावना से इनकार कर दिया और कहा कि घटनास्थल पर एक बैग मिला था।
- रामेश्वरम कैफे के मालिकों ने एक बयान जारी कर कहा कि वे अधिकारियों के साथ जांच में सहयोग कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि वे हमारी ब्रुकफील्ड शाखा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हैं।
- डीके शिवकुमार और गृह मंत्री जी परमेश्वर ने विस्फोट स्थल का दौरा किया और अस्पताल में घायलों से भी मुलाकात की। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, राज्यपाल थावर चंद गहलोत और राज्य भाजपा अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा भी घायल लोगों से मिले।
- विपक्षी भाजपा ने मामले की विस्तृत जांच की मांग की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने विस्तृत जांच की मांग की और कहा कि ऐसे अपराधों को कम महत्व देने में सरकार की संवेदनहीनता राज्य को इस अराजकता में धकेल रही है और असामाजिक तत्वों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना साबित हो रही है। इस घटना में पुलिस खुफिया की विफलता भी स्पष्ट है।
- राज्य पुलिस प्रमुख आलोक मोहन ने विस्फोट को बम विस्फोट बताया। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट आने के बाद अधिक जानकारी उपलब्ध होगी।
- यह कैफे व्हाइटफील्ड के ब्रुकफील्ड क्षेत्र में स्थित है। आमतौर पर दोपहर के भोजन के समय यहां आस-पास के कार्यालयों के कर्मचारियों की भीड़ रहती है।
- बेंगलुरु पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा उपायों में सुधार किया है क्योंकि विस्फोट के बाद राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है।