Bengaluru Mahalakshmi Murder Case:बेंगलुरु की 29 वर्षीय महिला महालक्ष्मी की हत्या के मुख्य आरोपी मुक्ति रंजन की खुदकुशी के बाद उसके परिवार ने चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। ओडिशा के भद्रक जिले में आरोपी की लाश मिलने के बाद, परिवार का दावा है कि महालक्ष्मी ने आरोपी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया था। बता दें महालक्ष्मी की हत्या के आरोपी मुक्ति रंजन ने बीते मंगलवार को खुदकुशी कर ली थी।
पैसे और कीमती चीजों की डिमांड करती थी
आरोपी के परिवार ने दावा किया है कि महिला आरोपी मुक्ति रंजन से लगातार पैसे और कीमती चीजों की डिमांड करती थी। साथ ही उसे शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित करती थी। मंगलवार की रात मुक्ति रंजन की लाश भद्रक के श्मशान में मिली। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने 3 सितंबर को महिला की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव को टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रख दिया था।
हत्या के बाद ओडिशा में छिपा था आरोपी
बेंगलुरु में रहने वाली महिला महालक्ष्मी की हत्या के बाद आरोपी अपने गांव भाग गया। परिवार के मुताबिक, आरोपी पिछले 9-10 दिनों से ओडिशा में अपने भाई के साथ रह रहा था। उसने अपने भाई के सामने भी यह कबूला था कि उसने महालक्ष्मी की हत्या कर दी थी। मुक्ति रंजन भाई ने बताया कि महालक्ष्मी मेरे भाई से जबरन पैसे और गहने लेती थी। आरोपी ने उसे एक महंगा फोन और सोने की अंगूठी दी थी, लेकिन महिला फिर भी उसे धमकाती रहती थी।
महालक्ष्मी ने मेरे भाई को लोगों से पिटवाया
कातिल के भाई के ने बताया कि उसके भाई ने महालक्ष्मी के अत्याचार से परेशान होकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने भाई को बताया था कि महालक्ष्मी लगातार पैसे मांगती थी और उसे पुलिस में फंसाने की धमकी देती थी। मुक्ति रंजन के भाई ने कहा कि एक बार महालक्ष्मी ने किडनैपिंग का आरोप लगाकर उसे जनता से पिटवाया और पुलिस ने भी उसे गिरफ्तार किया था। इन साी आरोपों के बाद मेरा भाई मानसिक तनाव में था और उसने महालक्ष्मी का मर्डर करने का फैसला किया।
पुलिस को मिला मुक्ति रंजन का सुसाइड नोट
पुलिस को आरोपी की डायरी से एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें मुक्ति रंजन ने लिखा था कि वह महालक्ष्मी के बर्ताव से तंग आ चुका था। उसने महालक्ष्मी को मारने के बाद खुद को खत्म करने का फैसला किया। पुलिस ने बताया कि मुक्ति रंजन ने महालक्ष्मी की लाश के टुकड़े कर उसे फ्रिज में रखा था। वह लाश को ठिकाना भी लगाना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं कर पाया।
आरोपी के भाई का दावा-बेंगलुरु पुलिस ने टॉर्चर किया
आरोपी के परिवार का आरोप है कि बेंगलुरु पुलिस ने मुक्ति रंजन के भाई से जबरन जानकारी लेने के लिए उसे टॉर्चर किया। मुक्ति रंजन के भाई ने बताया कि उसे हिंदी न समझने की वजह से और भी ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। उसे कई जगहों पर ले जाया गया और आखिरकार भुवनेश्वर में छोड़ा गया। परिवार ने पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
महालक्ष्मी का परिवार अब तक चुप
इस पूरी घटना के बाद अब पुलिस महालक्ष्मी के परिवार से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि महालक्ष्मी ने आरोपी के साथ रिश्ते में रहते हुए उसे बार-बार प्रताड़ित किया था। अब पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर मामले की पूरी सच्चाई जानने की कोशिश कर रही है।
मुक्ति रंजन ने भाई को भी बताई थी मर्डर की बात
मुक्ति रंजन के छोटे भाई ने बताया कि हत्या के बाद उसका भाई भागकर ओडिशा आया था और अपने जुर्म की बात कबूल की। उसने परिवार के सदस्यों को बताया कि महालक्ष्मी ने उसे बार-बार ब्लैकमेल किया और पैसे व कीमती सामान की मांग की। इसके बाद वह इस मानसिक तनाव को झेल नहीं सका और महालक्ष्मी की हत्या कर दी।
मुक्ति रंजन की खुदकुशी से उठे कई सवाल
मुक्ति रंजन की खुदकुशी ने इस मामले में कई सवाल खड़े किए हैं। मुक्ति रंजन की मां ने बताया कि उनका बेटा बेंगलुरु से वापस आने के बाद तनाव में था। मुक्ति रंजन ने अपनी मां से कहा कि उसने महालक्ष्मी को मार डाला है। आरोपी की खुदकुशी के बाद पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें उसने महालक्ष्मी पर उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।