Bihar Heatwave: बिहार सरकार ने भीषण गर्मी की वजह से 8 जून तक सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। बिहार में लगातार बढ़ रही गर्मी है। बुधवार को बेगूसराय और शेखपुरा के स्कूलों में करीब 80 बच्चे भीषण गर्मी के कारण बेहोश हो गए। इन बच्चों में से कई को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक बुलाने का निर्देश
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव को बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य प्राथमिकता होनी चाहिए और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए।
किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी: सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे तत्काल प्रभाव से स्कूलों को बंद करने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी है कि गर्मी के इस प्रकोप के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला प्रशासन को आठ जून तक सभी स्कूलों में गर्मी से बचाव के लिए समुचित व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।
बिहार समेत देशभर में भीषण गर्मी का कहर
पूरे देश में इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। दिल्ली में तापमान 50 डिग्री के करीब पहुँच गया है, जो पिछले 100 साल का रिकॉर्ड है। राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार भी इस भीषण गर्मी की चपेट में हैं। हालांकि, कई राज्यों में स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां घोषित की जा चुकी हैं, लेकिन बिहार में अभी तक पढ़ाई जारी थी। बिहार के नौ जिलों में बुधवार को तापमान 40 डिसे से ज्यादा रहा। मौसम विभाग की ओर से अगले तीन दिनों के लिए बिहार में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है।
शेखपुरा और बेगूसराय में स्कूलों में बेहोश हुए बच्चे
शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखंड में स्थित मनकौल उत्क्रमित मध्य विद्यालय समेत कई स्कूलों में गर्मी के कारण 24 छात्राएं बेहोश हो गईं। वहीं, बेगूसराय के मटिहानी मध्य विद्यालय में 18 छात्राएं बेहोश हो गईं। बेहोश हुई छात्राओं का इलाज मटिहानी रेफरल हॉस्पिटल में चल रहा है। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से बच्चों के इलाज की व्यवस्था की गई है। माता-पिता को आश्वासन दिया गया है कि गर्मी के कारण बीमार पड़े बच्चों की तबीयत ठीक होने तक इलाज किया जाएगा।
बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर स्कूल प्रशासन ने क्या कहा?
मटिहानी मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह ने बताया कि भीषण गर्मी के बावजूद पंखे और जनरेटर की व्यवस्था होने के बावजूद छात्राएं बेहोश हो गईं। प्राथमिक उपचार के बाद भी हालात बिगड़ने पर सभी छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटल के डॉक्टर राहुल कुमार ने बताया कि गर्मी के कारण बच्चियां बेहोश हुई हैं। फिलहाल उन्हें ग्लूकोज और ओआरएस का घोल दिया जा रहा है और सभी का इलाज किया जा रहा है।