Bihar School Teachers Face Salary Cut: बिहार...एक ऐसा प्रदेश जो प्राचीन समय में नालंदा जैसे विश्वविद्यालय के लिए पूरी दुनिया में मशहूर था। आधुनिक युग में भी बिहार का शिक्षा विभाग मशहूर है। लेकिन अपनी कारस्तानियों की वजह से। इस बार मामला अजब-गजब है। मामला जमुई जिले का है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की तरफ से जारी एक लेटर में एक अंग्रेजी शब्द की गलत स्पेलिंग की वजह से शिक्षा विभाग की खूब आलोचना हो रही।

सोशल मीडिया पर भी विभाग ट्रोलर्स के निशाने पर है। जिस शब्द पर हंगामा खड़ा हो गया, वह अंग्रेजी का BED (बिस्तर) शब्द है, जबकि इसकी जगह BAD (खराब) परफॉर्मेंस लिखा जाना था। जब गलती का एहसास हुआ तो कार्यालय ने शुद्धि पत्र जारी किया। 

अफसरों ने किया था स्कूलों का निरीक्षण
दरअसल, जमुई शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पिछले हफ्ते कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई शिक्षक स्कूल से नदारद मिले। अधिकारियों ने संतोषजनक प्रदर्शन न करने वाले कई शिक्षकों की पहचान की। इसके बाद 16 शिक्षकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई का उल्लेख करते हुए एक पत्र जारी किया गया। 

टाइपिंग में गलती की वजह शिक्षा विभाग निशाने पर आ गया।

एक दिन का काटा वेतन
निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहने के कारण तीन शिक्षकों पर कार्रवाई की गई, जबकि 13 अन्य को खराब प्रदर्शन के लिए दंडित किया गया। इसके लिए एक दिन का वेतन काटा गया। इस कार्रवाई को लेकर 22 मई को एक आदेश जारी किया गया। दस्तावेज में उल्लेख किया गया कि शिक्षकों के BED PERFORMANCE (बिस्तर पर प्रदर्शन) के कारण उनके वेतन में कटौती की जा रही है। जबकि यहां BAD PERFOMANCE (खराब प्रदर्शन) लिखा जाना चाहिए था। एक ही दस्तावेज में गलती 14 बार दोहराई गई थी। 

शिक्षा विभाग ने बाद में शुद्धि पत्र जारी किया।

विभाग ने गलती को सुधारा
हद तो तब हो गई कि शिक्षकों को यह लेटर जारी भी कर दिया गया। सोशल मीडिया पर सामने आया तो ट्रोलर्स की फौज शिक्षा विभाग के खिलाफ उतर गई। विभाग ने अपनी गलती को तुरंत सुधार लिया और एक शुद्धि पत्र जारी किया गया।