Logo
बीजेपी प्रवक्ता ने एक्स पर फोटो शेयर कर लिखा, '2009 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इफ्तार पार्टी में तत्कालीन सीजेआई केजी बालकृष्णन शामिल हुए थे, ये धर्मनिरपेक्ष है। न्यायपालिका सुरक्षित है।

भाजपा ने देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के घर में पीएम मोदी के गणपति पूजा में शामिल होने पर कांग्रेस के सवाल का जवाब दिया है। बीजेपी ने कहा कि गणपति पूजा में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए विपक्ष 'दोहरा मानदंड' अपना रहा है।

बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की 2009 में अपने आवास पर इफ्तार पार्टी की मेजबानी की एक पुरानी तस्वीर शेयर की है। इसमें देश के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश केजी बालकृष्णन सहित अन्य लोग शामिल हुए थे।

पूनावाला ने एक्स पर क्या लिखा?
पूनावाला ने एक्स पर लिखा, '2009 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इफ्तार पार्टी में तत्कालीन सीजेआई केजी बालकृष्णन शामिल हुए थे, ये धर्मनिरपेक्ष है। न्यायपालिका सुरक्षित है। आज प्रधानमंत्री मोदी वर्तमान सीजेआई के घर में गणेश पूजा में शामिल हुए, हे भगवान न्यायपालिका से समझौता किया गया।' तब इफ्तार कार्यक्रम में तत्कालीन भाजपा प्रमुख लाल कृष्ण आडवाणी, माकपा नेता सीताराम येचुरी और राष्ट्रीय जनता दल के लालू प्रसाद यादव जैसे राजनीतिक नेता मौजूद थे।

यह भी पढ़ें : Sitaram Yechury : छात्र राजनीति से उभरे सीताराम येचुरी कैसे बने वामपंथ का सबसे बड़ा चेहरा

पीएम मोदी ने शेयर की थी तस्वीरें 
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को दिल्ली में CJI चंद्रचूड़ के आवास की तस्वीरें शेयर कीं थीं। इनमें वो मुख्य न्यायाधीश और उनकी पत्नी कल्पना दास के घऱ पर दिखे और गणेश जी की आरती करते दिखे थे। इस पर कांग्रेस और विपक्षी दलों ने पीएम मोदी के दौरे की आलोचना करते हुए कहा था कि विधायिका और न्यायपालिका के मौजूदा संरक्षकों के बीच दूरी बनाए रखी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इससे लोगों के मन में न्यायिक निष्पक्षता पर संदेह पैदा हो सकता है।

संजय राउत ने क्या कहा?
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र का हमारा मामला...सीजेआई चंद्रचूड़ के समक्ष सुनवाई चल रही है, इसलिए हमें संदेह है कि हमें न्याय मिलेगा या नहीं, क्योंकि प्रधानमंत्री इस मामले में दूसरे पक्षकार हैं। मुख्य न्यायाधीश को इस मामले से खुद को दूर रखना चाहिए, क्योंकि मामले में दूसरे पक्षकार के साथ उनके संबंध खुले तौर पर दिखाई दे रहे हैं। क्या सीजेआई चंद्रचूड़ ऐसी स्थिति में हमें न्याय दिला पाएंगे?'

यह भी पढ़ें : कोलकाता केस: ममता बनर्जी ने 2 घंटे तक किया इंतजार, जूनियर डॉक्टर्स नहीं आए; CM ने PC कर क्या कहा? जानें

5379487