Suvendu Adhikari Remark: बीजेपी के सीनियर लीडर सुवेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन को लेकर बड़ा बयान दिया। बुधवार को उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रदर्शन की बड़ी वजह बंगाल में अल्पसंख्यकों का समर्थन न मिलना है। कोलकाता में पार्टी की राज्य कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने माइनॉरिटी मोर्चा (अल्पसंख्यक मोर्चा) को खत्म करने की मांग की। सुवेंदु ने पार्टी के नारे 'सबका साथ, सबका विकास' को भी बदलने की बात कही और इसके बजाय 'जो हमारे साथ, हम उनके साथ' अपनाने की सलाह दी।
जो हमारे साथ, हम उनके साथ: अधिकारी
उन्होंने कहा- "मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के लिए भी आवाज उठाई है। हम हमेशा 'सबका साथ, सबका विकास' की बात करते हैं। लेकिन अब मुझे लगता है कि हमें कहना चाहिए 'जो हमारे साथ, हम उनके साथ'। माइनॉरिटी मोर्चा की कोई जरूरत नहीं है।" बता दें कि पश्चिम बंगाल में लगभग 30 प्रतिशत अल्पसंख्यक मतदाता हैं। 2014 में बीजेपी का नारा था 'सबका साथ, सबका विकास', और 2019 में इसे 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' में बदल दिया गया।
बयान पर सुवेंदु अधिकारी ने दी सफाई
हालांकि, इसके बाद अधिकारी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, "मेरे बयान को संदर्भ से बाहर लिया गया। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि जो राष्ट्रवादी हैं और इस राष्ट्र और बंगाल के हित में खड़े हैं, हमें उनके साथ होना चाहिए। जो हमारे साथ नहीं हैं और राष्ट्र व बंगाल के खिलाफ काम करते हैं, उन्हें बेनकाब करना चाहिए। ममता बनर्जी की तरह हमें लोगों को बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक में विभाजित नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें भारतीयों के रूप में देखना चाहिए। मैं प्रधानमंत्री के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास' के नारे का पूर्ण समर्थन करता हूं।"
राज्य में डिस्टर्ब्ड एरियाज एक्ट लागू हो: सुवेंदु
सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया- हालिया लोकसभा चुनावों में टीएमसी के "जिहादी गुंडों" ने कई क्षेत्रों में हिंदुओं को वोट नहीं देने दिया। बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं हैं। टीएमसी के जिहादी गुंडे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होने देंगे। इसके लिए राज्य में डिस्टर्ब्ड एरियाज एक्ट लागू करना होगा। हम राष्ट्रपति शासन के जरिए सत्ता में नहीं आना चाहते। हम लोगों के जनादेश से चुनाव जीतकर सत्ता में आना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना होगा।"
टीएमसी ने अधिकारी पर किया पलटवार
- अधिकारी की ये बयान भाजपा के तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हारने के कुछ दिन बाद आए। ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने सभी तीनों सीटों पर परचम लहराया है। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में टीएमसी के 29 सांसद जीते, जबकि भाजपा सिर्फ 12 सीटों पर सिमट गई।
- टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र के खिलाफ है। वे (भाजपा) कह रहे हैं कि माइनॉरिटी मोर्चा नहीं होना चाहिए, यह लोकतंत्र के खिलाफ है। यहां हिंदू बहुसंख्यक हैं और फिर अल्पसंख्यक, मुसलमान और ईसाई हैं। सभी लोकतांत्रिक पार्टियों का एक अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ होता है। अगर बीजेपी लोकतांत्रिक पार्टी होती, तो यह कहती कि हमारी पार्टी सभी के लिए है।"