BJP Strategic Moves: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान अब कभी भी हो सकता है। भाजपा ने 400 पार का लक्ष्य पाने के लिए उम्मीदवारों के चयन में अपना पूरा ध्यान लगा दिया है। एक-एक उम्मीदवार का चयन कई लेवल पर किया जा रहा है। इसकी झलक जारी हुई दो सूची में साफ नजर आया। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अब तक 267 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। लगभग 21% मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है।
सूत्रों ने कहा कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने चुनावी रणनीति संभावित सत्ता विरोधी लहर को ध्यान में रखते हुए तैयार की है। साथ ही मौजूदा सांसदों के टिकट जमीन से मिले फीडबैक के आधार पर भी काटे गए।
67 सीटें जीतनी होंगी ज्यादा, अब तक 63 सांसदों के टिकट काटे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनावों में एनडीए के लिए 400 पार, जबकि भाजपा के लिए 370 सीटें जीतने का टारगेट सेट किया है। 2019 की तुलना में भाजपा को अपना टारगेट पूरा करने के लिए अपने दम पर 2019 की तुलना में 67 अधिक सीटें हासिल करना होगा।
2 मार्च: भाजपा की पहली लिस्ट
पहली लिस्ट में 33 तो दूसरी में 30 सांसद हुए बाहर
2 मार्च को भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी की थी। जिसमें 195 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया। तब 33 सांसदों के टिकट काटे गए थे। जिनमें प्रज्ञा ठाकुर, रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा भी शामिल थे। बुधवार, 13 मार्च को 72 नामों की सूची में 30 सांसदों को बाहर का रास्ता दिखाया गया। अब तक भाजपा ने 267 उम्मीदवार उतार दिए हैं। 140 सांसदों पर पार्टी ने दोबारा भरोसा जताया है। लेकिन दो सांसद, गौतम गंभीर और हर्ष मल्होत्रा ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
13 मार्च: भाजपा की दूसरी लिस्ट
दिल्ली में 7 में से 6 सांसदों के टिकट कटे
दूसरी सूची में महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20-20, गुजरात से सात, तेलंगाना और हरियाणा से छह-छह, मध्य प्रदेश से पांच, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से दो-दो और दादरा एवं नगर हवेली से एक-एक नाम की घोषणा की गई है। दिल्ली में भाजपा ने अपने छह मौजूदा सांसदों को बदल दिया है और केवल एक मनोज तिवारी को रिपीट किया गया है।
कर्नाटक में 11 चेहरों को बदला गया
दूसरी सूची में कर्नाटक के लिए घोषित 20 उम्मीदवारों में से 11 सांसदों को बदल दिया गया है, जबकि केवल आठ को दोहराया गया है। हालांकि महाराष्ट्र में कहानी इसके विपरीत है। 14 सांसद दोबारा मैदान में हैं और केवल पांच के टिकट काटे गए हैं। रिपीट किए जा रहे सांसदों में नागपुर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शामिल हैं, जबकि बीड में प्रीतम मुंडे की जगह उनकी बहन पंकजा मुंडे को टिकट दिया गया है।
गुजरात, हरियाणा, तेलंगाना में क्या है नंबर गेम?
- गुजरात के लिए दूसरी सूची में सात मौजूदा सांसदों में से केवल तीन को ही रिपीट किया गया है। चूक में केंद्रीय मंत्री दर्शना जरदोश शामिल हैं, जिनकी जगह मुकेश दलाल को लिया गया है।
- दूसरी सूची में हरियाणा में घोषित छह उम्मीदवारों में से तीन मौजूदा सांसदों को दोहराया गया है और दो को बदल दिया गया है। उस सीट के लिए नए उम्मीदवार का नाम घोषित किया गया है, जहां मौजूदा सांसद की मृत्यु हो गई थी।
- तेलंगाना, जहां भाजपा ने पिछली बार केवल चार सीटें जीती थीं, वहां एक सांसद को दोबारा टिकट दिया गया है और एक का टिकट रद्द कर दिया गया है।
उत्तराखंड की दोनों सीटों पर नए चेहरे
दूसरी सूची में घोषित मध्य प्रदेश के पांच उम्मीदवारों में से दो सांसदों को दोहराया गया है और दो को हटा दिया गया है। एक नए उम्मीदवार, विवेक साहू को छिंदवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र में नकुल नाथ के खिलाफ मैदान में उतारा जाएगा। 2019 में छिंदवाड़ा एक ऐसी सीट थी, जिसे भाजपा ने मध्य प्रदेश में हारा था।
दूसरी सूची में हिमाचल के लिए नामित दोनों सांसदों को फिर से टिकट मिला है, जिसमें हमीरपुर से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल हैं। जबकि उत्तराखंड से दोनों को बदल दिया गया है। त्रिपुरा में एक सांसद को बदला गया है, जबकि दादरा और नगर हवेली के सांसद, जो शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के साथ थे, अब भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।