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BPSC Protest: बिहार में BPSC को लेकर छात्राें ने बगावत तेज कर दी है। वहीं, नेताओं ने इस पर अपनी सियासी रोटियां सेकनी शुरू कर दी है। जानें कौन-कौन से नेता ठोंक रहे हैं सियासी ताल।

BPSC Protest: बिहार में BPSC को लेकर छात्राें ने बगावत तेज कर दी है। वहीं, नेताओं ने इस पर अपनी सियासी रोटियां सेकनी शुरू कर दी है। जनसुराज के मुखिया प्रशांत किशोर, सांसद पप्पू यादव और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव छात्रों के संग्राम में सियासत की संभावना टटोलने में जी जान से जुट गए हैं। प्रशांत किशोर ने गुरुवार की शाम छात्रों के समर्थन में आमरण-अनशन शुरू कर दिया। वहीं, पप्पू यादव के समर्थकों ने जगह-जगह ट्रेनें रोकीं। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर किसी को मारने का विरोध करना राजनीति है, तो हां मैं राजनीति कर रहा हूं। वहीं पप्पू यादव ने भी बगावती तेवर दिखाएं हैं। पप्पू यादव की मौजूदगी में उनके समर्थकों ने सचिवालय हॉल्ट पर ट्रेनें रोक कर छात्रों के हक में आवाज उठाई।

प्रशांत किशोर पर दर्ज हुई एफआईआर
प्रशांत किशोर पर पटना पुलिस ने एक बार फिर एफआईआर दर्ज की गई है। दअरसल, प्रशांत किशोर के गांधी मैदान में अनशन शुरू करने से पटना पुलिस को आपत्ति है। पटना पुलिस का कहना है कि प्रशांत किशोर का यह प्रदर्शन असंवैधानिक है। प्रशांत किशोर को गर्दनीबाग में जाकर विरोध प्रदर्शन करना चाहिए, लेकिन प्रशांत किशोर इसके लिए तैयार नहीं है। पीके गुरुवार की शाम गांधी मैदान में डटे छात्रों के पास पहुंचे। थोड़ी देर बाद ही आमरण-अनशन करने का ऐलान कर दिया। प्रशांत किशोर ने कहा है कि जब तक सरकारों छात्रों की मांगों को नहीं मान लेती अनशन जारी रहेगा। 

पप्पू यादव के समर्थकों ने बुलाया बंद
वहीं, दूसरी ओर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव भी छात्रों का रहनुमा बनने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। पप्पू यादव ने शुक्रवार को बिहार बंद करने का ऐलान किया। इसके बाद पप्पू यादव के समर्थक भी फुल एक्शन में नजर आ रहे हैं। पप्पू यादव शुक्रवार की सुबह अपने समर्थकों के साथ पटना के सचिवालय हॉल्ट पहुंच गए। यहां पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही पप्पू के समर्थक रेलवे ट्रैक पर उतर आए। पप्पू यादव के कुछ समर्थक जहां रेलवे ट्रैक पर लेट गए, वहीं कुछ ट्रेन की इंजन पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। 

तेजस्वी भी छात्र आंदोलन को भुनाने की कोशिश में
जब नीतीश कुमार की सरकार को घेरने की बात हो तो आरजेडी कैसे चुप बैठ सकती है। इस मामले को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी फुल फॉर्म में नजर आ रहे हैं और सियासत के इस गेम में फ्रंट पर आकर खेलने में जुट गए हैं । आरजेडी का साथ इंडिया गठबंधन की कई पार्टियां कर रही हैं। इंडिया ब्लॉक से जुड़े छात्र संगठनों NSUI, AISA, AISF, RJD ने सीएम हाउस का घेराव करने के लिए निकले। आरजेडी की छात्र इकाई सभी दूसरे छात्र संगठनों को इस घेराव में शामिल होने के लिए लामबंद कर रही है। 

प्रशांत किशोर ने छात्रों के पास बैठने के बाद क्या कहा?
प्रशांत किशोर ने कहा आप क्यों डरते हैं। सरकार मानेगी या नहीं यह देखा जाएगा। प्रशांत किशोर से जब पूछा गया कि क्या आप इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि बीते ढाई साल से क्या कर रहा हूं, राजनीति ही कर रहा हूं। मैं राजनीति नहीं करूंगा तो क्या डॉक्टरी करूंगा। आप किसी को मारिएगा और हम उसके साथ खड़े हो जाएंगे तो कहिएगा कि राजनीति कर रहे हैं, तो ठीक है मैं राजनीति कर रहा हूं। आपको इससे दिक्कत है। क्या सिर्फ नीतीश कुमार ही राजनीति करेंगे।प्रशांत किशोर ने कहा कि कोई मुझे यहां उठाने नहीं आया है, जब उठाने आएगा तो देखा जाएगा। 

'बीपीएससी के आधे से ज्यादा सीटों के लिए हो चुकी है सौदेबाजी'
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के हर जिले में गली-मोहल्ले में यह चर्चा है, लोग जानते हैं कि जिन पदों के लिए इस बार बीपीएससी परीक्षा हो रही है, उनमें से आधे से ज्यादा बीपीएससी पदाधिकारियों के दलाल, शिक्षा माफिया और यहां के नेता डील कर रहे हैं। एक एक सीट के लिए 30 लाख से डेढ़ करोड़ रुपए तक लिए जा रहे हैं। यह लोगों का अनुमान है, इसका कोई प्रमाण तो नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि आधे से ज्यादा पदों के लिए सौदेबाजी की जा चुकी है। जब आप पहले ही हजारों करोड़ रुपए ले चुके हैं तो ऐसे में कोई क्यों ट्रांसपेरेंट ढंग से परीक्षा कराएगा। 

छात्रों ने BPSC के सामने रखी हैं पांच मांगें
बता दें कि छात्र बीते एक पखवाड़े से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे हैं। 30 दिसंबर को छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चीफ सेक्रेट्री अमृत लाल मीणा से भी मुलाकात की थी। छात्रों ने चीफ सेक्रेटरी के सामने अपनी पांच मांगें रखी थी। छात्रों का कहना है कि बापू सेंटर पर हुई बीपीएससी की परीक्षा का पेपर पहले दिन ही लीक हुआ था। इस परीक्षा काे कैंसल किया जाए और फिर से परीक्षा करवाई जाए। आयोग ने भी कबूला था कि परीक्षा कराने में गड़बड़ी हुई है। आयोग ने छात्रों को दोबारा परीक्षा करवाने का भरोसा दिलाया था।

बीपएससी ने पूरी नहीं की है छात्रों की एक भी मांग
बीपीएससी ने अब तक छात्रों की पांच मांगों में से एक भी मांग पूरी नहीं की है। इसकी वजह से छात्र नाराज हैं। छात्रों की मांगों में दो मांगे बेहद अहम हैं। पहली मांग तो यह है कि बीपीएससी की 70वीं परीक्षा रद्द की जाए। दूसरी मांग है कि  बीपीएससी आंदोलन के दौरान सोनू नामक जिस छात्र की मौत हुई है, सरकार उसके परिवार को पांच करोड़ रुपए का मुआजवा दे। हालांकि, सरकार की ओर से इन दोनों मांगों को लेकर ऐलान तो दूर एक बयान तक नहीं दिया गया है। 

सरकार पल्ला झाड़ने की कोशिश में, नीतीश मौन
बिहार में बीपीएससी के खिलाफ छात्रों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही छात्रों को लेकर बिहार की नीतीश कुमार भी बेहद अड़ियल रवैया दिखा रही है। सरकार इस मामले पर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों के बगावती तेवर को नजरअंदाज करते लग रहे हैं। बीते सोमवार को बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। मुलाकात के सम्राट ने कहा कि बीपीएससी एक ऑटोनमस बॉडी और बिहार की एनडीए सरकार इसके काम काज में कोई दखल नहीं देगी। बीपीएसी को बिहार के छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए कोई भी फैसला लेने की पूरी छूट है। 

पप्पू यादव ने छात्रों के आंदोलन पर क्या कहा?
पप्पू यादव शुक्रवार की सुबह से ही आंदोलन के मूड में नजर आए। पहले सचिवालय हॉल्ट पर पहुंचकर चक्का जाम किया। इसके बाद अपने समर्थकों के साथ पैदल माच करते हुए गोलंबर चौराहा पहुंचे। पप्पू यादव ने सरकार पर निशाना साधा। पूर्णिया के सांसद  ने कहा कि छात्रों को इंसाफ दिलाने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से चक्का जाम किया जाएगा। अगर इसके बाद भी सरकार ध्यान नहीं देती है तो आगे का फैसला छात्रों पर होगा। इस बीच पप्पू यादव के समर्थकों ने ना सिर्फ पटना बल्कि राज्य के दूसरे शहरों में भी बवाल काटा। पटना बाइपास के साथ ही समस्तीपुर, पूर्णिया और सहरसा में भी चक्का जाम किया। 

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