Kaiserganj Lok Sabha Seat: उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट कैसरगंज को लेकर बड़ी खबर है। यहां बाहुबली सांसद और महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों में फंसे बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कटेगा। सूत्रों का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह की जगह भाजपा उनके छोटे बेटे करण भूषण को कैसरगंज सीट से लड़ाएगी। बस अधिकारिक ऐलान बाकी है।

भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने अपने फैसले से सांसद बृजभूषण को अवगत करा दिया है। करण के नाम का आज, गुरुवार (2 मई) को ऐलान हो सकता है। क्योंकि, नामांकन की आखिरी तारीख 3 मई है। सोशल मीडिया पर MP BBSS पर्सनल नाम के एक वॉट्सऐप ग्रुप का स्क्रीन शॉट भी वायरल है। बृजभूषण शरण के बड़े बेटे और विधायक प्रतीक भूषण के हवाले से लिखा है- करण भूषण सिंह, आपके आशीर्वाद का आकांक्षी। दूसरे चैट में श्रीकरण भूषण सिंह, कैसरगंज लिखा है। हालांकि इस चैट की हरिभूमि पुष्टि नहीं करता है।

विधायक प्रतीक भूषण और करण भूषण सगे भाई हैं।

दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं थे बृजभूषण शरण सिंह
कैसरगंज सीट पर 5वें चरण में 20 मई को वोटिंग है। भाजपा ने यहां भले अपना उम्मीदवार नहीं उतारा हो, लेकिन मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह काफी दिनों से प्रचार कर रहे हैं। वे किसी भी हाल में अपनी दावेदारी छोड़ने को तैयार नहीं थे। टिकट कटने की अटकलों पर बृजभूषण ने पार्टी नेतृत्व से कहा था कि मेरी गलती क्या है। मीडिया से भी कहा कि कैसरगंज सीट पर भाजपा से किसी का मुकाबला नहीं है। यदि पार्टी एक दिन पहले भी नाम घोषित कर देगी तो चुनाव जीत जाएंगे। पीएम मोदी के टारगेट 400 सीटों के जीत की शुरुआत यहीं से होगी।

बताया जा रहा है कि पार्टी हाईकमान और बृजभृषण के बीच बातचीत हुई। बेटे करण भूषण को टिकट देने के फार्मूले पर सहमति बन गई है। बृजभूषण शरण सिंह का पूर्वांचल के क्षत्रियों का काफी होल्ड है। 

अपनी मां केतकी सिंह के साथ करण भूषण सिंह।


3 मई को नामांकन करेंगे करण भूषण
सूत्रों का कहना है कि करण भूषण सिंह तीन मई की सुबह 11 बजे कैसरगंज लोकसभा सीट को लेकर नामांकन करेंगे। नामांकन में कई बड़े नेताओं के शामिल होने का अनुमान है। 

कौन हैं करण भूषण सिंह?
दरअसल, भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह और उनकी पत्नी पूर्व सांसद केतकी सिंह के चार बच्चे हैं। तीन बेटे और एक बेटी। प्रतीक भूषण सिंह गोंडा सदर सीट से दो बार के विधायक हैं। जबकि करण भूषण सिंह अप्रैल में सरकार द्वारा कार्यकारी परिषद को भंग करने से पहले WFI के उपाध्यक्ष थे। 2018 में उन्हें उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपध्यक्ष चुना गया था। वह भी अपने पिता का लगातार क्षेत्र में प्रचार कर रहे हैं। 

बृजभूषण के तीसरे बेटे शक्ति शरण सिंह ने महज 22 साल की उम्र में मौत हो गई थी। साल 2004 में नवाबगंज के अपने पुश्तैनी घर में शक्ति शरण सिंह ने कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी। बृजभूषण की बेटी का नाम शालिनी सिंह है। उनकी शादी बिहार के राजनीतिक परिवार से आने वाले विशाल सिंह से हुई है। विशाल बिहार कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। फिलहाल, करण सिंह पहली बार सक्रिय राजनीति में कदम रखने जा रहे हैं।