Bulldozer Action in Uttarakhand: उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम और पुलिस-प्रशासन की टीम पर अराजक तत्वों ने हमला कर दिया। इस दौरान एसडीएम, निगमकर्मी, पुलिस जवान और कुछ पत्रकार गंभीर रूप से जख्मी हैं। यहां के बनभूलपुरा इलाके में हिंसक झड़पों और आगजनी के बीच प्रशासन ने एक बगीचे, अवैध मदरसे और नमाज स्थल को हटाकर सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया। इसके बाद इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रशासन ने धारा 144 लागू किया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश है। शुक्रवार को स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी रहेगी।
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- पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता IG नीलेश आनंद भरणे के मुताबिक, अर्धसैनिक बल की 4 कंपनियां हल्द्वानी के हिंसा प्रभावित इलाके में भेजी गई हैंI ऊधमसिंह नगर से PAC की 2 कंपनियां हल्द्वानी पहुंच चुकी हैं।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी हिंसा मामले में रात को हाईलेवल बैठक की। इसके बाद कहा कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासन को उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा। सभी लोग शांति कायम करने में सहयोग करें।
- हलद्वानी शहरी क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह आदेश गुरुवार रात 9 बजे से लागू हो गया है और अगले आदेश तक लागू रहेगा। शुक्रवार को यहां स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी घोषित की गई है।
पूर्व सीएम रावत ने की शांति बनाए रखने की अपील
हरिद्वार में कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, "हल्द्वानी की स्थिति को देखते हुए चिंतित और बहुत दुखी हूं। हल्द्वानी का इतिहास शांति, सौहार्द और भाईचारे का रहा है... सभी पक्षों को शांति बनाई रखनी चाहिए और फिर से सौहार्द कायम करने की कोशिश करनी चाहिए... दोनों पक्षो को धैर्य और संयम रखने की आवश्यकता है... "
सीसीटीवी की मदद से दंगाइयों की पहचान जारी
उग्र भीड़ ने थाना धेरा, पुलिस पर किया पथराव
बताया जा रहा है कि पुष्कर सिंह धामी की सरकार उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रही है। इस दौरान बुलडोजर की मदद से कार्रवाई कर सरकारी जमीन को मुक्त कराया जा रहा है। ऐसी ही कार्रवाई गुरुवार को बनभूलपुरा इलाके में की जा रही थी। बुलडोजर की मदद से यहां बने अवैध निर्माण को धवस्त किया गया। यहां पर नगर निगम, प्रशासन और पुलिस टीम की मौजूदगी में अवैध मदरसे और नमाज स्थल को जमींदोज किया गया। जिसका कुछ लोगों ने कड़ा विरोध किया। देखते ही देखते यहां पर सैंकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। बताया जा रहा है कि कुछ उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने का घेराव और पथराव भी किया।
हिंसा और झड़प के बीच चलता रहा बुलडोजर
अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे अराजक तत्वों की ओर से हुई पत्थरबाजी में कई लोग जख्मी हो गए। इनमें नगर निगम, पुलिस-प्रशासन के अफसर और कुछ पत्रकार भी शामिल हैं। साथ ही उग्र भीड़ ने कई वाहनों और एक ट्रांसफॉर्मर को आग के हवाले कर दिया। जिससे कारण पूरे इलाके में बिजली आपूर्ति बंद हो आई। इस बीच, बुलडोजर की कार्रवाई जारी रही। अवैध मदरसे और नमाज स्थल को पूरी तरह से हटा दिया गया है।
उग्र भीड़ पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
प्रदर्शन के दौरान नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा समेत नगर निगम की टीम ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। पथराव शुरू होने पर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। नगर आयुक्त के मुताबिक, यह मदरसा और नमाज स्थल सरकारी भूमि पर बने थे। इनके नजदीक नगर निगम की 3 एकड़ जमीन थी। अब पथराव करने वाले अराजक तत्वों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।