Kerala Student's Death: केंद्रीय जांच एजेंसी ने केरल के वायनाड में हुई वेटेनरी छात्र की संदिग्ध मौत के मामले की जांच शुरू कर दी है। आज रविवार को सीबीआई अधिकारियों ने केस से जुड़े अहम दस्तावेज अपने कब्जे में लिए। बता दें कि 18 फरवरी को वेटेनरी स्टूडेंट का शव कॉलेज स्थित हॉस्टल के बाथरूम में फंदे पर लटका मिला था। उसके परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी।
आरोप है कि छात्र के साथ उसके कुछ साथियों ने मारपीट की थी। पिटाई करने वालों में कुछ लोग सत्तारूढ़ पार्टी सीपीआईएम की स्टूडेंट विंग स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के सक्रिय सदस्य हैं। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने 9 मार्च को सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही इस मामले में जांच के लिए फॉरेंसिक टीम मौके का मुआयना करेगी।
FIR में लगाई गईं गंभीर अपराध की धाराएं
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीबीआई ने वेटेनरी स्टूडेंट सिद्धार्थन जेएस की संदिग्ध मौत का केस टेकओवर करने के बाद नई एफआईआर दर्ज की है। वायनाड के एक पुलिस स्टेशन में दर्ज इस एफआईआर में 20 आरोपियों के नाम शामिल हैं। उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, आपराधिक साजिश रचने, गलत मंशा से मारपीट, गंभीर चोट पहुंचाने और केरल के रैगिंग विरोधी कानून की धाराएं लगाई गई हैं।
छात्र के साथ 18 फरवरी को क्या हुआ था?
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सिद्धार्थन वायनाड स्थित वेटेनरी कॉलेज में सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में उसके सीनियर और कुछ क्लासमेट पर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने बात कही है। जिसके बाद सिद्धार्थन ने आत्महत्या जैसे जानलेवा कदम उठा लिया। आरोपियों ने 16 फरवरी सुबह 9 बजे से उसे बेल्ट से पीटना शुरू किया और दोपहर 2 बजे तक क्रूर तरीके से मारपीट की गई। इतना ही नहीं मारपीट और रैगिंग का सिलसिला अगले दिन 17 फरवरी तक जारी रहा।
रैगिंग और मारपीट से गहरे सदमे में था सिद्धार्थन
एफआईआर में बताया गया है कि सिद्धार्थन मारपीट और रैगिंग के बाद मानसिक अवसाद से गुजर रहा था और उसे इतना गहरा सदमा पहुंचा था कि सिद्धार्थन ने पढ़ाई छोड़ने तक का मन बना लिया था। उसे लगने लगा था कि आत्महत्या करने के अलावा उसके पास कोई चारा नहीं है। जिसके बाद 18 फरवरी को उसने ब्यॉज होस्टल के बाथरूम में दोपहर 12.30 बजे से 13.45 बजे के बीच फांसी लगाकर जान दे दी।