चंडीगढ़ नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव टलने के एक दिन बाद आखिरकार नए मेयर कुलदीप कुमार ने कार्यभार संभाल लिया है। कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने मेयर चुने जाने पर सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया, वहीं आने वाले चुनाव में भी इंसाफ मिलने की उम्मीद जताई। कहा कि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव तय प्रक्रियाओं के तहत कराया जाएगा।
चंडीगढ़ के निवनियुक्त मेयर कुलदीप कुमार का कल बेसब्री से इंतजार हो रहा था। दरअसल, चंडीगढ़ प्रशासन ने सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए 27 फरवरी की तिथि तय की थी। लेकिन चुनाव से एक दिन पहले ही कुलदीप कुमार अचानक गायब हो गए थे। बाद में पता चला कि वे लुधियाना में अपनी बहन का हाल चाल पूछने के लिए गए हैं, जो कि हॉस्पिटल में उपचाराधीन हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था कि चुनाव के दिन चंडीगढ़ पहुंच जाऊंगा, लेकिन वो शाम तक नहीं पहुंचे। यही नहीं, इससे पूर्व भी कुलदीप कुमार कार्यभार संभालने से बचते रहे।
#WATCH चंडीगढ़ के नवनियुक्त मेयर कुलदीप कुमार ने आज चंडीगढ़ नगर निगम कार्यालय में कार्यभार संभाला।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 28, 2024
उन्होंने कहा, "मुझे न्यायपालिका से उम्मीद थी कि हमें इंसाफ मिलेगा। जैसे ही मेरी अधिकारियों के साथ बैठक होती है, उसी के तहत रोडमैप पर काम करेंगे।" pic.twitter.com/mgGpVZ0qB7
हाई कोर्ट के निर्देश के बाद संभाला कार्यभार
पंजाब हाई कोर्ट ने जब कल एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कुलदीप कुमार के नाम का जिक्र किया और पूछा कि उन्होंने कार्यभार अभी तक क्यों नहीं संभाला है, तो कोर्ट को अवगत कराया गया कि वे किन्हीं कारणों से कार्यभार नहीं संभाल पाए हैं, लेकिन जल्द आकर अपनी कुर्सी संभाल लेंगे। कोर्ट ने जिला प्रशासन को निर्देशित किया था कि सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए तमाम आपत्तियों का समाधान करते हुए नए सिरे से नोटिफिकेशन जारी करें। इसके बाद कोर्ट ने कुलदीप कुमार को 28 फरवरी को कार्यभार संभालने और 4 मार्च को चुनाव संपन्न कराने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद आज सुबह कुलदीप कुमार अपने कार्यालय पहुंचे और कार्यभार संभाल लिया।
बीजेपी के खेमे में बढ़ी बेचैनी
चंडीगढ़ नगर निगम में अब बीजेपी बहुमत में है, लेकिन डर है कि कहीं कोई पार्षद दूसरे गुट में न चला जाए। विशेषकर आप छोड़कर बीजेपी में जाने वाले तीन पार्षदों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। यही कारण है कि इन तीनों पार्षदों के साथ बीजेपी के पार्षदों को भी पंचकूला और मोरनी के रिजॉर्ट्स में रखा गया। कल चुनाव के दिन बीजेपी के सभी पार्षद नगर निगम कार्यालय पहुंच गए थे, लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का कोई भी पार्षद नहीं आया। आप-कांग्रेस गठबंधन चाहता है कि इस चुनाव को कुछ दिन के लिए टाला जाए ताकि परिस्थितियों को अपने पक्ष में लाया जाए। यही कारण है कि कुलदीप कुमार के कार्यभार संभालने से बीजेपी में बेचैनी बढ़ना तय है।