Muslim Leader Star Campaigner Refusal: महाराष्ट्र के कांग्रेस के नेता और राज्य के पूर्व मंत्री आरिफ नसीम खान ने पार्टी का स्टार प्रचारक बनने से इनकार कर दिया है। आरिफ नसीम खान ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी भेजकर पार्टी की कैंपेन कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। आरिफ ने चिट्ठी में साफ कह दिया है कि वह तीसरे, चौथे और पांचवें फेज के चुनाव में महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार नहीं करेंगे क्योंकि कांग्रेस गठबंधन ने राज्य में एक भी मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया है। आरिफ ने कहा है कि मेरे पास राज्य के मुसलमानों के सवालों को कोई जवाब नहीं है।
महाविकास अघाड़ी ने एक भी मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया
आरिफ खान ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखी चिट्ठी में लिखा है कि महा विकास अघाड़ी ने महाराष्ट्र की 48 सीटों में से एक भी सीट पर मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया है। कई मुस्लिम संगठन और नेताओं, साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी इस बात की उम्मीद थी कि कांग्रेस कम से कम एक सीट पर मुस्लिम कैंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारेगी। हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया। अब वे कह रहे हैं कि कांग्रेस को मुस्लिम वोट चाहिए, कैंडिडेट क्यों नहीं चाहिए?
मैं राज्य के मुसलमानों का सामना नहीं कर सकता
आरिफ ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि कहा मैं पार्टी के इस अन्यायपूर्ण फैसले से आहत हूं। इससे पहले पार्टी ने जब भी मुझे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, गोवा, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और दूसरे राज्यों में जब भी जिम्मेदारी दी, मैंने इसे शिद्दत से निभाया। अब पार्टी ने जो कुछ भी किया है मैं राज्य के मुसलमानों का सामना नहीं कर सकता। मेरे पास महाराष्ट्र के मुसलमानों और मुस्लिम संगठनों के सवालों का कोई जवाब नहीं है।
मुस्लिम वोटर काउंसिल ने भी लिखी थी खड़गे को चिट्ठी
गौरतलब है कि मुस्लिम वोटर काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी खड़गे को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में भी महाराष्ट्र में एक भी मुस्लिम कैंडिडेट को कैंडिडेट नहीं बनाए जाने का मुद्दा उठाया गया है। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिव सेना और शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी शामिल है। एमवीए के बीच हुई सीट शेयरिंग के तहत उद्धव की पार्टी 21 सीटों पर, कांग्रेस 17 सीटों पर और शरद पवार की पार्टी 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
बाबा सिद्दकी भी छोड़ चुके हैं कांग्रेस
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। यह पहला मौका नहीं है जब महाराष्ट्र में कांग्रेस पर मुसलमानों को नजरअंदाज करने का आरोप लगा है। कुछ महीनों पहले महाराष्ट्र कांग्रेस खासकर मुंबई में कांग्रेस के अहम मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले बाबा सिद्दकी ने पार्टी छोड़ दी थी। बाबा सिद्दकी अब अजीत पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) जॉइन कर ली थी। बाबा सिद्दकी ने कांग्रेस छोड़ने के बाद कहा था कि एक मुस्लिम नेता के तौर पर कांग्रेस ने मेरा सिर्फ कड़ी पत्ता की तरह फ्लेवरिंग के लिए इस्तेमाल किया।