Who is Rahul Gandhi: रविवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अचानक Who is Rahul Gandhi? ट्रेंड करने लगा। इसकी वजह भी बेहद दिलचस्प है। दरअसल, राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ ओपन डिबेट करने की चुनौती स्वीकार करने की बात कही। इस पर जहां बीजेपी ने पलटवार किया। वहीं, सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई और लोग पूछने लगे राहुल गांधी कौन हैं?(Who is Rahul Gandhi)।
तीन हस्तियों ने दिया था ओपन डिबेट का न्यौता
देश की तीन जानी मानी हस्तियों ने तीन दिन पहले पीएम मोदी और राहुल गांधी को एक मंच पर बहस करने की चुनौती। इसी न्यौते को स्वीकार करते हुए राहुल गांधी ने वह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पीएम मोदी से बहस के लिए तैयार हैं। राहुल गांधी ने अपने X अकांउट से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मदन बी लोकुर, दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस अजीत पी शाह और द हिंदू के पूर्व एडिटर इन चीफ एन राम को रिप्लाई करते हुए यह बात कही।
राहुल गांधी ने ओपन डिबेट को लेकर क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा कि लोगों के लिए यह जानना अहम है कि हमने किसी भी पार्टी पर कोई निराधार आरोप लगाए हैं या नहीं है। लोग यह जानने के हकदार हैं। मैंने इस बारे में पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ चर्चा की है। उन्होंने माना है कि इस प्रकार की बहस जरूरी है ताकि लोग वोट करने के लिए अपनी पसंद तय करने की राय बना सकें। मुझे या कांग्रेस अध्यक्ष को इस प्रकार की किसी भी डिबेट में शामिल होने पर खुशी होगी।
तेजस्वी सूर्या ने सबसे पहले पूछा-राहुल गांधी कौन हैं?
राहुल गांधी के जवाब के बाद बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया। कई बीजेपी नेताओं ने प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी। बीजेपी तेजस्वी सूर्या ने कहा कि सांसद ने कहा कि कांग्रेस के पास तो पीएम कैंडिडेट ही नहीं है, INDI गठबंधन की तो बात ही छोड़िए। राहुल गांधी कौन हैं जो पीएम मोदी को उनके साथ डिबेट करनी चाहिए? पहले कांग्रेस को राहुल गांधी को पीएम कैंडिडेट घोषित करने दें। पहले राहुल गांधी कहें कि अगर पार्टी हारी तो वह इसकी जिम्मेदारी लेंगे और उसके बाद पीएम मोदी को डिबेट के लिए न्यौता भेजें। तब तक हम BJYM प्रवक्ता को राहुल गांधी से बहस के लिए डिप्यूट करने के लिए तैयार हैं।
जयवीर शेरगिल ने पेश किया राहुल गांधी के कामकाज का ब्यौरा
पूर्व कांग्रेस नेता और अब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बन चुक जयवीर शेरगिल ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। शेरगिल ने लिखा कि संसद में राहुल गांधी के ट्रैक रिकॉर्ड पर नजर डालिए। उनके अटेंडेंस 51% जिसका राष्ट्रीय औसत 79% है। उन्होंने संसद में 8 डिबेट में हिस्सा लिया है जिसका राष्ट्रीय औसत 46.7% है। राहुल गांधी ने संसद में 99 प्रश्न किए हैं जिसका राष्ट्रीय औसत 210 है। संसद से भाग चुके हैं। अमेठी से भाग चुके हैं। पार्टी अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बनने की जिम्मेदारियों से भाग चुके हैं। भागने के शौकीन नेता से बहस करना पीएम मोदी के समय की बर्बादी है। लगता है कि किसी ने राहुल गांधी को यह बेसिक रूल नहीं सिखाया कि पहले काबिल बनों और फिर इच्छा करो।
अमित मालवीय ने भी कांग्रेस नेता पर साधा निशाना
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने X अकाउंट पर लिखा कि अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए बेचैन हैं। वह अपनी क्षमता से ज्यादा वजन उठाने में लगे गए हैं। डिबेट करना अच्छा है। लेकिन, दूयरा कोई क्यों नहीं, क्यों सिर्फ सिटिंग पीएम को राहुल गांधी के साथ डिबेट करना चाहिए। ना तो राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष और ना ही INDI अलाएंस का पीएम फेस। कांग्रेस को राहुल गांधी को रिलॉन्च करने के लिए ब्रांड मोदी का इस्तेमाल बंद करना चाहिए।
राहुल गांधी को बढ़ चढ़ कर बोलने से बचना चाहिए: स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से बीजेपी की कैंडिडेट स्मृति ईरानी ने कहा कि पहली बात यह है कि एक ऐसा शख्स जिसके अंदर तथाकथित कांग्रेस के गढ़ में ही मेरे जैसे सामान्य बीजेपी कार्यकर्ता से लड़ने का साहस नहीं है, उसे इस तरह से बढ़ चढ़ कर बोलने से बचना चाहिए। दूसरी बात, यह है कि पीएम मोदी के साथ बैठकर बहस कौन करना चाहता है? मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या वह INDI गठबंधन के पीएम कैंडिडेट हैं। बता दें कि शुक्रवार को लखनऊ की एक रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि वह प्रधानमंत्री मोदी से बहस करने के लिए 100% तैयार हैं लेकिन जानते हैं कि पीएम मोदी इसके लिए तैयार नहीं होंगे।