CJI DY Chandrachud Angry: सुप्रीम कोर्ट में नीट मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने एक वकील को कड़ी फटकार लगाई। याचिकाकर्ता के वकील नरेंद्र हुड्डा अपनी दलील पेश कर रहे थे। इसी दौरान वकील मैथ्यूज नेन्डुप्रा ने बीच में बोलना शुरू किया। इस पर सीजेआई ने उन्हें सख्त लहजे में चेतावनी दी। चीफ जस्टिस ने कहा 'मैं अदालत की कार्यवाही वकीलों को बाधित नहीं करने दूंगा।"
'आपको रुकने की जरूरत नहीं है, आप जा सकते हैं'
सीजेआई के सवाल का जवाब देते हुए नेन्डुप्रा ने कहा कि मैं सभी वकीलों में वरिष्ठ हैं। मैं जवाब दे सकता हूं, मैं अमिकस हूं। इस पर सीजेआई ने कहा कि मैंने आपको अमिकस नियुक्त नहीं किया है।"वकील नेन्डुप्रा ने कहा कि अगर आप मेरा सम्मान नहीं करते तो मैं चला जाऊंगा। इस पर सीजेआई ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'आपको यह कहने की की जरूरत नहीं है, आप जा सकते हैं।'
सीजेआई ने दी अदालत के नियमों का पालन करने की चेतावनी
सीजेआई ने वकील पर नाराजगी जाहिर करते कहा, 'नेन्डुप्रा, मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं। आप गैलरी में बात नहीं करेंगे। मैं अदालत का प्रभारी हूं। सिक्योरिटी को बुलाएं और इन्हें बाहर ले जाएं।" इस पर वकील ने कहा,' मैं जा रहा हूं।" वकील के जाने के बाद सीजेआई ने फिर से अदालत की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया।
नेन्डुप्रा ने कोर्ट रूम में बाइबिल को कोट किया
सीजेआई की फटकार के बाद वकील नेन्डुप्रा कोर्ट रूम से बाहर निकल आए, लेकिन थोड़ी देर में वापस आकर कहा, 'मैं माफी मांगता हूं। मैंने कुछ गलत नहीं किया। मेरे साथ दुर्व्यवहार हुआ है।' इसके बाद नेन्डुप्रा ने बाइबिल को कोट करते हुए कहा , 'ईश्वर, इन्हें माफ कर दो, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं। सीजेआई ने पहले भी नेन्डुप्रा को अदालत में उनके व्यवहार के लिए फटकार लगाई थी।
पहले भी सुनवाई के दौरान बाधा पैदा कर चुके हैं नेन्डुप्रा
सीजेआई ने वकील नेन्डुप्रा को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वह अदालत की प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। यह पहली बार नहीं है जब नेन्डुप्रा को सीजेआई ने फटकार लगाई हो। इससे पहले भी उन्होंने मार्च में इलेक्टोरल बॉन्ड मामले की सुनवाई के दौरान व्यवधान पैदा किया था। सीजेआई ने कहा, 'यह हाइड पार्क कॉर्नर की बैठक नहीं है, आप अदालत में हैं।'
'मैं पिछले 24 वर्षों से न्यायपालिका को देख रहा हूं'
सीजेआई ने कहा, 'मैं अदालत की प्रक्रिया में वकीलों को हस्तक्षेप नहीं करने दूंगा। मैं पिछले 24 वर्षों से न्यायपालिका को देख रहा हूं। इस पर वकील नेन्डुप्रा ने भी कहा, 'मैंने भी 1979 से न्यायपालिका को देखा है। इस पर सीजेआई ने कहा, 'मैं कुछ ऐसा आदेश देने पर मजबूर हो सकता हूं जो उचित नहीं होगा। आप किसी दूसरे वकील के काम को बाधित नहीं करेंगे।'