कर्नाटक के मंड्या में गणपति जुलूस पर पथराव: दो पक्षों में चले रोड़े-पत्थर, दुकानों को आग लगाई, 52 गिरफ्तार

Communal Violence in Karnataka
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Communal Violence in Karnataka
कर्नाटक के मंड्या में गणपति विसर्जन के दौरान पथरा। दो सांप्रदायों के लोगों ने एक दूसरे पर रोड़े-पत्थर बरसाए। पुलिस ने 52 लोगों को गिरफ्तार किया है और धारा 144 लागू किया है। जानें कैसे घटी पूरी घटना।

Communal Violence in Karnataka:कर्नाटक के मंड्या जिले के नागमंगला शहर में गणपति विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक तनाव फैल गया। घटना उस वक्त हुई जब बुधवार की बदरीकोप्पलु गांव के श्रद्धालु गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन कर रहे थे। रात 8 बजे गणेश विसर्जन का जुलूस जब मैसूर रोड पर स्थित दरगाह के सामने पहुंचा, तो कुछ लोगों ने जुलूस पर पत्थर फेंके। इसके बाद दो संप्रदायों के लोगों के बीच जमकर रोड़े-पत्थर चले।

दुकानों और वाहनों को जलाया, हिंसा में 15 पुलिसकर्मी घायल
हिंसा के बाद स्थिति और बिगड़ गई, जब कुछ दुकानों और वहां खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। कन्नड़ समाचार चैनलों के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जुलूस पर न सिर्फ पत्थरों से, बल्कि तलवारों, रॉड और जूस की बोतलों से भी हमला किया गया। इस हिंसा में 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

52 लोग हिरासत में, धारा 144 लागू
पुलिस ने घटना के बाद 52 लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने नागमंगला में अगले तीन दिनों के लिए धारा 144 (जो कि गलत जानकारी में 163 के रूप में बताया गया) लागू कर दी है, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। पिछले साल भी इसी स्थान पर दरगाह के पास इसी तरह का विवाद हुआ था।

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का बंद का आह्वान
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने घटना के विरोध में गुरुवार को बंद का आह्वान किया है। घटना के बाद प्रशासन ने नागमंगला के सभी स्कूल और कॉलेजों में आज छुट्टी घोषित कर दी है। पथराव की घटना के बाद, गुस्साए युवकों ने गणेश प्रतिमा को पुलिस थाने के सामने रखकर प्रदर्शन किया। हालात बिगड़ने पर भीड़ ने कुछ दुकानों को आग के हवाले कर दिया। बीच सड़क पर टायर जला दिया। सोशल मीडिया पर भी इस घटना से जुड़े वीडियो वायरल हो रहे हैं। वीडियो में दोनों पक्षों को एक-दूसरे पर रोड़े- पत्थर फेंकते देखा जा सकता है।

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पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस और राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को शांत करने के लिए लोगों से बातचीत की और भीड़ को शांत किया। इसके बाद पुलिस ने इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया। इलाके में धारा 163 लागू कर दिया गया है। पुलिस ने इलाके में नियमित गश्त शुरू कर दी है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए समुचित कदम उठाए जा रहे हैं।

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इलाके में धारा 163 लागू करने का आदेश जारी
पुलिस ने पहले इलाके में स्थिति को काबू में रखने के लिए धारा 163 लागू करने की बात कही। हालांकि, बाद में सफाई दी की धारा 144 लागू किया गया है। यह धारा विशेष रूप से तब लगाई जाती है जब अशांति फैलने का खतरा होता है। इसके तहत, किसी भी आपराधिक गतिविधि की आशंका के चलते तत्काल कदम उठाए जाते हैं। पुलिस ने क्षेत्र में किसी भी तरह की अस्थिरता को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है।

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गुजरात के सूरत में भी हुआ था पथराव
कुछ दिन पहले गुजरात के सूरत में भी एक गणेश पंडाल पर पथराव किया गया था। उस घटना में छह नाबालिगों को गिरफ्तार किया गया था। वहां भी दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद नाराज लोगों ने कई दुकानों में आग लगा दी थी। इसके साथ ही दूसरे धर्म के पूजा स्थल पर भी ताेड़ फोड़ की थी। इस मामले में सूरत पुलिस ने 6 नाबालिगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस कर रही दोषियों की तलाश
मंड्या में बढ़ते तनाव के बीच, स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी है।दोषियों की तलाश जारी है। अधिकारियों का कहना है कि जो लोग इस घटना के पीछे हैं, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने कहा है किसी भी तरह की सांप्रदायिक हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शांति बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

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