Congress alliance fails in Punjab: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन की राह मुश्किल होती नजर आ रही है। बुधवार को कांग्रेस को दो बड़े झटके लगे। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने यह साफ कर दिया कि तृणमूल लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। इसके महज कुछ ही घंटे बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। मान ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी का साथ किसी प्रकार का गठबंधन नहीं होगा।
पंजाब में सभी 13 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी 'आप'
जब भगवंत मान से ममता बनर्जी की ओर से पश्चिम बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम पंजाब में किसी प्रकार का गठबंधन नहीं करेंगे। भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब के सभी 13 लोकसभा सीटों से अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस बात की पूरी उम्मीद है कि 'आप' सभी सीटों से जीत हासिल करेगी। हालांकि जब राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन में आप के शामिल होने और सीट शेयरिंग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
केजरीवाल ने पंजाब सीएम के प्रस्ताव को दी मंजूरी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी पंजाब में अपनी पार्टी के अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने से जुड़े प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। बता दें कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने आठ सीटों पर कब्जा किया था और शिरोमणि अकाली दल और भाजपा दोनों के हिस्से में एक-एक सीटें गईं थी। यह चुनाव शिरोमणि अकाली दल और भाजपा ने गठबंधन में लड़ा था।
कई महीनों से चल रहा 'आप' और कांग्रेस के बीच तकरार
इंडिया गठबंधन को लेकर पंजाब और पश्चिम बंगाल दोनों ही राज्यों में लंबे समय से सहमति नहीं बन पा रही थी। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। वहीं, पंजाब के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर राजा सिंह ने भगवंत मान की पार्टी के साथ चुनाव लड़ने को लेकर आपत्ति जाहिर कर चुके थे। दोनों नेताओं ने कई बार सार्वजनिक तौर पर एक दूसरे पर जुबानी हमला किया था। हालांकि, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों के ही नेता राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन में किसी प्रकार का मतभेद होने की बात से इनकार करते रहे।