MP Vasantrao Chavan Death: वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद वसंतराव चव्हाण का सोमवार (26 अगस्त) को हैदराबाद में निधन हो गया। वे 70 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। हैदराबाद के किम्स हॉस्पिटल में चव्हाण की कई बीमारियों का इलाज हो रहा था। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए पार्टी में उनके योगदान को याद किया। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी नांदेड़ सांसद चव्हाण के निधन पर दुख जताया।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता, नांदेड़ लोकसभा सांसद श्री वसंतराव चव्हाण जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2024
उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
ज़मीन से जुड़े हुए लोकप्रिय नेता श्री चव्हाण आजीवन कांग्रेस की विचारधारा का… pic.twitter.com/uKLB6AqMaV
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं
पटोले ने एक X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में लिखा- "कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद वसंतरावजी चव्हाण के निधन की खबर बहुत ही स्तब्ध करने वाली है। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी कांग्रेस पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखी और पार्टी के विचारों को घर-घर तक पहुंचाया। पूरी कांग्रेस पार्टी इस दुख की घड़ी में चव्हाण परिवार के साथ खड़ी है।"
भावपूर्ण श्रद्धांजली!
— Nana Patole (@NANA_PATOLE) August 26, 2024
काँग्रेस पक्षाचे ज्येष्ठ नेते, नांदेड लोकसभा मतदारसंघाचे खासदार वसंतरावजी चव्हाण यांच्या निधनाची वार्ता अत्यंत धक्कादायक आहे. प्रतिकूल परस्थितीत देखील त्यांनी काँग्रेस पक्षाशी सदैव एकनिष्ठ राहून काँग्रेस पक्षाचा विचार घरोघरी पोहोचवला.
वसंतरावजी चव्हाण… pic.twitter.com/DTGRe8p5hm
वसंतराव चव्हाण का राजनीतिक सफर
- वसंतराव चव्हाण ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर की थी और 2009 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नायगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। वे सितंबर 2014 में कांग्रेस में शामिल हुए और कांग्रेस के टिकट पर फिर से विधायक बने।
- 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता वसंतराव चव्हाण पर एक बार फिर भरोसा जताया था। उन्हें बीजेपी के 2 बार के सांसद प्रतापराव चिखलीकर के सामने चुनौती के रूप में उतारा गया। इस बार भी नांदेड़ लोकसभा सीट पर चव्हाण भारी पड़े और 59,442 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी।