Congress MLA Sexiest Remark: कर्नाटक के कांग्रेस विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा के महिला नेताओं को लेकर दिए बयान पर बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने शनिवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने पूछा कि कम से कम उस पार्टी से महिलाओं को लेकर ऐसी लैंगिक टिप्पणी की उम्मीद नहीं की जा सकती, जो कहती है- 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं'... साइना ने पूछा- अब मुझे क्या करना चाहिए? बता दें कि 92 वर्षीय कांग्रेस विधायक ने हाल ही में भाजपा नेता गायत्री सिद्धेश्वरा पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा कि महिलाओं को खुद को रसोई तक ही सीमित रखना चाहिए। कांग्रेस विधायक की बहू को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है।

साइना नेहवाल ने X पोस्ट में दिया जवाब
साइना ने कांग्रेस विधायक को जवाब देते हुए ऐसी महिलाओं विरोधी सोच से मुक्त होने की जरूरत बताई है। नेहवाल ने X पोस्ट में लिखा- महिलाओं को रसोई तक सीमित रखना चाहिए, ये कर्नाटक के शीर्ष नेता शमनूर शिवशंकरप्पा ने कहा है। दावणगेरे से @bjp4india कैंडिडेट गायत्री सिद्धेश्वरा के खिलाफ सेक्सिस्ट कमेंट वो भी ऐसी पार्टी के नेता द्वारा, जो 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' का नारा बुलंद करती है।

नारी शक्ति का अपमान देखकर दुख होता है
साइना ने पूछा- "जब मैंने खेल के मैदान पर देश के लिए मेडल जीते, तो कांग्रेस पार्टी को क्या लगता है कि मुझे क्या करना चाहिए था? हम नारी शक्ति का सम्मान कर रहे हैं, तो ऐसी बातें क्यों करनी चाहिए, जब सभी लड़कियां और महिलाएं किसी भी क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने का सपना देखती हैं? पीएम मोदी की अगुआई में महिला आरक्षण विधेयक पारित हुआ। दूसरी ओर, नारी शक्ति के अपमान और महिलाओं को लेकर द्वेषपूर्ण भावना देखकर दुख होता है। 

चुनाव में शिवशंकरप्पा की बहू कांग्रेस प्रत्याशी
बता दें कि 92 साल के शिवशंकरप्पा दावणगेरे दक्षिण से कांग्रेस के सबसे उम्रदराज विधायक हैं। वे इस सीट पर 5 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। उनकी बहू प्रभा मल्लिकार्जुन को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस विधायक के बयान पर पलटवार करते हुए दावणगेरे दक्षिण से बीजेपी प्रत्याशी गायत्री सिद्धेश्वरा ने कहा कि आज महिलाएं उन व्यवसायों में भी आगे बढ़ रही हैं, जिन पर पारंपरिक रूप से कभी पुरुषों का दबदबा रहा करता था। 

बूढ़ा आदमी नहीं जानता महिलाएं कितनी आगे बढ़ीं
गायत्री सिद्धेश्वरा ने कहा- "वे कहते हैं कि हमें (महिलाओं को) सिर्फ खाना बनाना चाहिए और रसोई में ही रहना चाहिए। आज महिलाएं किस पेशे में नहीं हैं? महिलाएं तो आसमां छू रही हैं। बूढ़े आदमी को नहीं पता कि महिलाएं कितनी आगे बढ़ चुकी हैं। शायद वो उस प्यार को नहीं जानते, जिसके साथ सभी महिलाएं घर में बच्चों और बुजुर्गों के लिए खाना पकाती हैं।'' उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने शिवशंकरप्पा के बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है।