J&K Election 2024: कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए सीट शेयरिंग की घोषणा की। इस समझौते के तहत, नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस 32 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश करेगी। बाकी 5 सीटों पर दोनों दल आपसी तालमेल से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा, एक सीट CPI(M) और एक सीट पैंथर्स पार्टी के लिए छोड़ी गई है। यह गठबंधन बीजेपी को हराने के मकसद से बनाया गया है।
'जम्मू-कश्मीर की आत्मा को बचाना है'
कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर की आत्मा को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। INDIA गठबंधन का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की आत्मा को बचाना है। इसलिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ रही हैं। यह गठबंधन जम्मू-कश्मीर में एक ऐसी सरकार बनाने की कोशिश करेगा जो जनता के हितों के मुताबिक हो।
एकजुट होकर लड़ेंगे: फारूक अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ( Farooq Abdullah) ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि हम दोनों (NC-Congress coalition) मिलकर उन ताकतों के खिलाफ लड़ेंगे जो यहां लोगों को बांटने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पूरा देश और INDIA गठबंधन इसी मकसद से बना है ताकि हम उन ताकतों का मुकाबला कर सकें जो देश को बांटना चाहती हैं। आज हमने आपसी समझौता पूरा कर लिया है और चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे।
2008-2014 के बीच साझा किया था सत्ता
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच संबंध 1940 और 1950 के दशक से ही उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। दोनों पार्टियों ने 2008 से 2014 के बीच जम्मू-कश्मीर में गठबंधन सरकार चलाई थी। 2008 के विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 28 सीटें जीती थीं जबकि कांग्रेस को 17 सीटें मिली थीं। हालांकि, 2014 के विधानसभा चुनावों के लिए दोनों पार्टियों ने गठबंधन तोड़ दिया था।
धारा 370 हटने के बाद पहला चुनाव
यह जम्मू-कश्मीर में धारा 370 (Article 370) हटने के बाद का पहला विधानसभा चुनाव है। दोनों पार्टियों ने अगस्त 22 को 90 सीटों के लिए प्री-पोल गठबंधन का ऐलान किया था। यह चुनाव तीन चरणों में होगा।18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी। चुनाव परिणाम 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 10 साल के बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। चुनाव आयोग इसकी तैयारियों में जुटा हुआ है।