CWC Meeting: मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- कांग्रेस को जमीन पर मजबूत करने, जवाबदेही तय करने के लिए लेने होंगे सख्त फैसले

CWC Meeting: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) मुख्यालय में हुई सीडब्ल्यूसी मीटिंग मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी को मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर सख्त फैसले लेने और संगठन में जवाबदेही तय करने पर जोर दिया।;

Update:2024-11-29 19:34 IST
Congress Working Committee MeetingCongress Working Committee Meeting
  • whatsapp icon

CWC Meeting: महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में हार के बाद शुक्रवार (29 नवंबर) को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक हुई। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्वीकार किया कि हमारे लिए महाराष्ट्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में मजबूत प्रदर्शन के बावजूद नतीजे निराशाजनक रहे। खड़गे ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस को राजनीतिक विरोधियों द्वारा फैलाए गए "प्रोपेगंडा और मिस इन्फॉर्मेशन" का मुकाबला करने और कांग्रेस के अंदर अनुशासन बनाए रखने के लिए एक रणनीति तैयार करनी जरूरी है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने बैठक में यह भी कहा कि कांग्रेस अब पुराने तौर-तरीकों पर और ज्यादा निर्भर नहीं रह सकती है। पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और संगठन के भीतर जवाबदेही तय करने के लिए कड़े फैसले लेना पड़ेगा। उन्होंने पार्टी नेताओं से एकजुटता बनाए रखने और खुलेआम एक-दूसरे की आलोचना से बचने की अपील की है। खड़गे ने कहा- अगर हम एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो विरोधियों को कैसे हराएंगे?' 

चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए 
कांग्रेस प्रेसिडेंट खड़गे ने चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर चिंता जताते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के इस्तेमाल ने चुनावों को "संदिग्ध" बना दिया है। उन्होंने चुनाव आयोग से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने की मांग की।

चुनाव परिणामों पर आत्ममंथन

  • महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रदर्शन पर खड़गे ने स्वीकार किया कि नतीजे निराशाजनक रहे, जबकि 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन चार में से दो राज्यों में सरकार बनाने में सफल रहा, लेकिन कांग्रेस की स्थिति उम्मीद से कम रही।
  • उन्होंने पार्टी के हालिया चुनावी प्रदर्शन पर कहा- 'हमारे अनुकूल राजनीतिक माहौल के बावजूद हम इसे परिणामों में तब्दील क्यों नहीं कर पाए?' खड़गे ने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने, बूथ स्तर से लेकर AICC तक तैयारी में सुधार और हर चरण में सतर्कता बनाए रखने पर जोर दिया।

एकजुटता और अनुशासन पर जोर
खड़गे ने पार्टी नेताओं के बीच आंतरिक कलह और सदस्यों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ की गई नकारात्मक टिप्पणियों पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियां पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाती हैं। उन्होंने कहा कि हमें हर हाल में एकजुट रहना होगा। कांग्रेस की जीत सामूहिक जीत है और हार भी सामूहिक है।' 

फैसले लेने की आदत डालनी होगी: खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि कांग्रेस को बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक असमानता जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाते रहना चाहिए। उन्होंने जातिगत जनगणना की जरूरत पर जोर दिया और भविष्य के चुनावों के लिए तैयारी शुरू करने की अपील की। उन्होंने पार्टी को आधुनिक और प्रभावी संचार रणनीति अपनाने की सलाह दी ताकि राजनीतिक विरोधियों के दुष्प्रचार और गलत जानकारी का मुकाबला किया जा सके। खड़गे ने कहा, “हमें कामकाज के पुराने तरीकों पर निर्भर रहना छोड़कर समय पर फैसले लेने की आदत डालनी होगी।”

संविधान और गरीबों की आवाज
खड़गे ने संविधान निर्माण में कांग्रेस की अहम भूमिका को याद करते हुए कहा कि आज भारत विश्व में गर्व के साथ खड़ा है, यह केवल संविधान की वजह से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गरीबों और वंचित वर्गों की मजबूत आवाज बनना होगा। इस बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता (LoP) राहुल गांधी, AICC महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश समेत अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।  

महाराष्ट्र में हार, झारखंड में बेहतर प्रदर्शन
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की हार के बावजूद झारखंड में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा, जहां झामुमो गठबंधन ने जीत दर्ज की। हालांकि, हरियाणा में कांग्रेस को बीजेपी के हाथों हार का सामना करना पड़ा, जिसे पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

Similar News