Desh Ka Mausam: (India Weather Update): देश में मानसून अपने आखिरी स्टेज में पहुंच गया है। इसके साथ ही कुछ राज्यों में गर्मी बढ़ गई है। वहीं, यूपी और बिहार अब भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। इन सबके बीच कुछ राज्यों में सर्दी ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस बार देश के मॉनसून का पैटर्न बदलता हुआ नजर आ रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे गंगा बेल्ट राज्यों में बारिश लगातार कम हो रही है। वहीं, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे पश्चिमी राज्यों में, जो आमतौर पर सूखे माने जाते हैं, बारिश बढ़ रही है। मानसून पैटर्न (Monsoon pattern) में इस बदलाव के कारण जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
इस साल मनसून का आंकड़ा
इस साल गंगा के मैदानी इलाकों में उत्तराखंड में 107%, उत्तर प्रदेश में 94%, बिहार में 72% और पश्चिम बंगाल में 97% बारिश दर्ज की गई। जबकि राजस्थान में 157%, गुजरात में 141% और महाराष्ट्र में 122% बारिश हुई। यह पैटर्न सिर्फ इस साल का नहीं है, पिछले 10 सालों में से 8 सालों में ऐसा पैटर्न देखा गया है। (Rainfall in India) का यह बदलाव देश के विभिन्न हिस्सों पर अलग-अलग असर डाल रहा है।
नार्थइस्ट में भी बारिश घट रही है
अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड जैसे उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी बारिश की मात्रा घट रही है। इस बार, मॉनसून सीजन के दौरान कुल 105% बारिश हुई है, जो सामान्य से अधिक है। इस बार 1 जून से 23 सितंबर तक 880.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य तौर पर 837.7 मिमी बारिश होनी चाहिए थी।
बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर क्षेत्र बना
बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर क्षेत्र बनने के कारण मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों तक पश्चिम बंगाल के 11 और ओडिशा के 20 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मध्य प्रदेश समेत 6 राज्यों में (Heavy rainfall alert) जारी किया गया है। सेप्टेंबर में चौथी बार मौसम प्रणाली सक्रिय हुई है, जिससे कई जिलों में भारी बारिश हुई है।
कम बारिश से सर्दियों में बढ़ेगा धुंध
कम बारिश का असर सर्दियों पर भी पड़ सकता है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की अनुसंधानकर्ता अनुमिता राय चौधरी के अनुसार, जब मॉनसून के दौरान बारिश कम होती है, तो सर्दियों में भी हवा में धूलकणों की मात्रा बढ़ जाती है। इससे वायु प्रदूषण (air pollution) और धुंध की समस्या गंभीर हो सकती है।
बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर
बिहार के 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और लगभग 12.67 लाख लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं। गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण भागलपुर के मसादू गांव में 10 मिनट के भीतर तीन मकान डूब गए। स्थानीय लोगों में डर है कि उनके घर भी कभी भी नदी में समा सकते हैं। अगले तीन दिनों तक राज्य में और बारिश की संभावना बनी हुई है।
दिल्ली में फिर बढ़ी गर्मी
देश की राजधानी दिल्ली में जैसे ही बारिश रुकी, गर्मी ने फिर से लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया। मंगलवार, 24 सितंबर को न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक है। हालांकि, पूरे देश में ऐसा नहीं है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में दिनभर बादल छाए रहेंगे, लेकिन अधिकतम तापमान 37 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, नमी का स्तर 85% तक जा सकता है, जिससे गर्मी और उमस बढ़ने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने गोवा, मध्य महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में 24 से 26 सितंबर के बीच भारी बारिश की संभावना जताई है। इस बारिश से इन क्षेत्रों में मौसम ठंडा हो गया है। गुजरात के कुछ हिस्सों में 25 और 26 सितंबर को अच्छी बारिश हो सकती है। वहीं, कच्छ और सौराष्ट्र में 24 से 28 सितंबर के बीच हल्की बारिश की संभावना है। उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में सप्ताहभर शुष्क मौसम बना रह सकता है।
नार्थइस्ट में भारी बारिश का अनुमान
पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत के कई राज्यों में भी भारी बारिश का अनुमान है। असम और मेघालय में 25 और 26 सितंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में 26 सितंबर को बारिश की संभावना है। बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में 25 से 27 सितंबर तक बारिश जारी रह सकती है। वहीं, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में 24 से 29 सितंबर तक अच्छी बारिश होने की संभावना है।
सिक्किम और लद्दाख में गिरा तापमान
सिक्किम की राजधानी गंगटोक का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है, जिससे ठंड का अहसास हो रहा है। लद्दाख में तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, जिससे इन क्षेत्रों में मौसम ठंडा हो गया है।
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में उमस भरा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में उमस भरा मौसम जारी रह सकता है। इसके साथ ही केरल, कर्नाटक, कोंकण, गोवा और महाराष्ट्र के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जो 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं।
मौसम में बड़े बदलाव की संभावना
देश के कई हिस्सों में जहां लोग गर्मी और उमस से परेशान हैं, वहीं कुछ राज्यों में मॉनसून की बारिश से ठंडक का अहसास हो रहा है। IMD के ताजा अपडेट के अनुसार, आने वाले दिनों में कई राज्यों में मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
इस साल बाढ़ की घटनाओं में आई कमी
इस साल देश के कई हिस्सों में बाढ़ की घटनाएं कम हुई हैं। खासकर बड़ी नदियों से आने वाली बाढ़ से लोगों को राहत मिली है। इस साल मॉनसून ने अब तक 5% ज्यादा बारिश दी है, जिससे राजस्थान को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। वहीं, बिहार को 28% कम बारिश होने से सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा है।