Himachal Political Crises: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 बागी विधायकों में से एक ने शनिवार को बड़ा दावा किया। अयोग्य विधायक राजिंदर राणा ने विश्वासघात के लिए अभिषेक मनु सिंघवी की उम्मीदवारी को जिम्मेदार ठहराया। वकील सिंघवी को पहाड़ी राज्य से उच्च सदन में भेजने के कांग्रेस नेतृत्व के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि विद्रोहियों ने हिमाचल प्रदेश के सम्मान को बनाए रखने के लिए क्रॉस वोटिंग की थी।
क्या कोई हिमाचल से उम्मीदवार नहीं मिला?
राजिंदर राणा ने कहा कि हमने हिमाचल प्रदेश और लोगों के मान-सम्मान को बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया। हिमाचल प्रदेश एक 'देवभूमि' है। क्या कांग्रेस पार्टी के पास उन कार्यकर्ताओं में से कोई उम्मीदवार नहीं था, जिन्होंने हिमाचल में पार्टी को खड़ा करने में मदद की।
प्रदेश में कांग्रेस की नहीं, सिर्फ सुक्खू की सरकार
राजिंदर राणा ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं है, यह केवल सुखविंदर सुक्खू के दोस्तों की सरकार है। हर कोई राज्य की स्थिति से वाकिफ है। युवा परीक्षा देकर सड़कों पर हैं। वे अभी भी नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। लोगों को दी गई गारंटी पूरी नहीं की जा रही है और चयनित विधायकों के साथ असम्मानजनक व्यवहार किया जा रहा है।
#WATCH | Chandigarh: On the disqualification of 6 MLAs after the cross-voting in Rajya Sabha elections in Himachal Pradesh, disqualified (Congress) MLA Rajinder Rana says, "We will go to the court soon. This disqualification by the Speaker was done completely under pressure. The… pic.twitter.com/XNyn0VKyMu
— ANI (@ANI) March 2, 2024
आसान जीत हार में बदली, ऐसे
हिमाचल में एक सीट पर राज्यसभा चुनाव हुए थे। कांग्रेस के लिए जीत की राह बेहद आसान थी। उसके पास 40 विधायकों का समर्थन था। लेकिन 6 विधायकों ने भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की, जिससे कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा। उनकी क्रॉस वोटिंग से सरकार भी खतरे में पड़ गई। भाजपा ने दावा किया कि सुक्खू ने विधायकों का विश्वास खो दिया है। हालांकि, 15 भाजपा विधायकों को निलंबित करने और छह बागियों को अयोग्य ठहराने के स्पीकर के फैसले ने कांग्रेस सरकार को संकट से उबार दिया।
पार्टी ने मतभेदों को दूर करने के लिए जल्द ही अपने संकटमोचक डीके शिवकुमार को भेजा। हालांकि, शिवकुमार के सब ठीक है का मैसेज देने के कुछ घंटों बाद विक्रमादित्य सिंह की विधायकों के साथ बैठक ने संकेत दिया कि अंदरूनी कलह खत्म नहीं हुई है।
सुक्खू बोले- भाजपा की वजह से हुआ विद्रोह
शुक्रवार को हिमाचल कांग्रेस प्रमुख और विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह ने भाजपा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उसका काम सबसे पुरानी पार्टी से बेहतर है। सुक्खू ने प्रतिभा सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी व्यक्ति के पास 80% विधायकों का समर्थन हो, इससे बड़ी बात क्या होगी? मुझे नहीं पता कि उन्होंने यह सवाल क्यों उठाया। सुक्खू ने दावा किया कि विधायकों का विद्रोह भाजपा के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के दौरान खरीद-फरोख्त की और क्रॉस वोटिंग कराई।