Cruise Missile Test: स्वदेशी तकनीक पर बनी क्रूज मिसाइल का टेस्ट कामयाब, राजनाथ सिंह बोले- DRDO के लिए यह मील का पत्थर  

Cruise Missile Test
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Cruise Missile Test: यह मिसाइल बेंगलुरु स्थित डीआरडीओ प्रयोगशाला में भारतीय उद्योगों के सहयोग से विकसित की गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कामयाब टेस्ट के लिए डीआरडीओ को बधाई दी है।

Cruise Missile Test: भारत ने ओडिशा के चांदीपुर में गुरुवार को इंडीग्रेडेट टेस्ट रेंज से स्वदेशी तकनीक पर बनी क्रूज मिसाइल (ITCM) का सफल परीक्षण किया। भारत रक्षा अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) की ओर से टेस्ट को लेकर जानकारी दी गई। डीआरडीओ ने बताया कि मिसाइल ने टेस्ट के दौरान उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया। यह मिसाइल बेंगलुरु स्थित डीआरडीओ लैब में बनाई गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईटीसीएम के सफल परीक्षण को लेकर डीआरडीओ को बधाई दी।

सुखोई विमान से की गई मिसाइल के प्रदर्शन की निगरानी
राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वदेशी तकनीक पर चलने वाली लंबी दूरी की सबसोनिक क्रूज मिसाइल को सफलतापूर्वक तैयार करना भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के लिए एक मील का पत्थर है। डीआरडीओ ने बताया कि मिसाइल के प्रदर्शन की निगरानी के लिए टेस्ट रेंज में रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (ईओटीएस) और टेलीमेट्री की तैनाती की गई थी। वायुसेना के Su-30-Mk-I विमान से मिसाइल की उड़ान की निगरानी की गई।

मिसाइल टेस्ट को लेकर डीआरडीओ ने क्या बताया?
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मिसाइल ने वेपॉइंट नेविगेशन का उपयोग कर तय रूट से उड़ान भरी। इसने बहुत कम ऊंचाई वाली समुद्री-स्किमिंग उड़ान का प्रदर्शन किया। डीआरडीओ ने कहा है कि इस कामयाब टेस्ट ने गैस टरबाइन अनुसंधान प्रतिष्ठान (जीटीआरई), बेंगलुरु के स्वदेशी मिसाइल सिस्टम के प्रदर्शन पर भरोसा बढ़ाया है।
- प्रेस रिलीज में कहा गया है कि मिसाइल को बेंगलुरु स्थित डीआरडीओ लैब में अन्य प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योगों के योगदान के साथ विकसित किया गया है। मिलाइल टेस्ट के दौरान डीआरडीओ लैब के कई सीनियर साइंटिस्ट और अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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