ED arrests Jharkhand Minister: झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम गिरफ्तार, टेंडर घोटाला मामले में ED का एक्शन

ED arrests Jharkhand Minister
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ED arrests Jharkhand Minister:

ED arrests Jharkhand Minister: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार 15 मई को झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया।आलम के निजी सचिव, संजीव लाल के नौकर के घर से 37 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश बरामद किया गया था। टेंडर कमीशन घोटाले मामले में यह एक्शन लिया गया था।इसी मामले में अब आलमगीर आलम को अरेस्ट कर लिया गया है। ईडी टेंडर कमीशन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है।

करीब सात घंटे तक की गई पूछताछ
बुधवार सुबह एक बार फिर इस ईडी ने आलमगीर आलम को पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस बुलाया। करीब 7 घंटों तक चले सवाल-जवाब में आलमगीर आलम ईडी अधिकारियों को अपने जवाबोंं से संतुष्ट नहीं कर पाए। ईडी अफसरों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। ईडी अफसरों ने कहा है कि मंत्री को जल्द ही मेडिकल जांच के लिए ले जाया जाएगा। आलमगीर को बुधवार की रात ईडी हाजत में ही गुजारनी होगी। गुरुवार सुबह 10 बजे उन्हें रांच के पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा।

मंत्री ने घोटाले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की थी
बता दें कि बीते हफ्ते जहांगीर आलम ने निजी सचिव के घर से भारी मात्रा में नकदी मिलने पर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की थी। जहांगीर आलम ने कहा था कि मेरा इस बरामदगी से कोई लेना देना नहीं है। संजीव लाल कई और मंत्रियों के निजी सचिव भी रहे हैं। मंगलवार को भी ईडी ने जहांगीर आलम से 9 घंटे तक पूछताछ की थी। हालांकि, जहांगीर आलम को घर जाने की इजाजत दे दी गई थी।

ED ने जहांगीर को12 मई को जारी किया नोटिस
ED ने जहांगीर को पूछताछ का नोटिस 12 मई को जारी किया था। बता दें कि यह सारा एक्शन टेंडर कमीशन घोटाले के मामले में लिया जा रहा है। इस घोटाले में टेंडरी जारी करने के बदले रिश्वत लिए जाते थे। इस रिश्वत का बंटवारा ऊपर से लेकर नीचे तक किया जाता था। मामले में जहांगीर आलम के पीए संजीव लाल को करीब सात दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। ऐसा कहा जा रहा है कि संजीव लाल ने पूछताछ में इस घाेटाले में जहांगीर आलम के शामिल होने को लेकर कई अहम राज खोले हैं। इसलिए जहांगीर आलम की गिरफ्तारी हुई है।

मामले में संजीव ने किए हैं कई अहम खुलासे
संजीव ने ईडी अफसरों को बताया है कि उसके घर से और उसके नौकर के घर से बरामद कैश टेंडर कमीशन घोटाले के ही हैं। इसके साथ ही इस घोटाले में शामिल कई लोगों के नामों का भी खुलासा किया है। ईडी को इस घोटाले में शामिल ऊपर से नीचे तक के सभी लोगों की जानकारी मिल गई है। यह भी पता चला है कि कमीशन के तौर पर मिली रकम का बंटवारा कैसे तय किया जाता था। किसे कितना हिस्सा मिलता था।

6 मई को ईडी ने संजीव लाल के नौकर घर दी थी दबिश
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पसर्नल सेक्रेट्री संजीव लाल के नौकर के करीबियों के ठिकानों पर ईडी ने 6 मई को दबिश दी थी। छापेमारी में ईडी की टीम को कमरे में नोटों का अंबार मिला था। बता दें कि झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम पर ईडी ने फरवरी 2023 में योजना कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मामला दर्ज किया था। इसके बाद वीरेंद्र राम को गिरफ्तार कर लिया गया था।

मामले में पहली गिरफ्तारी फरवरी 2023 में हुई थी
वीरेंद्र राम को टेंडर में कमीशन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 22 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। इससे पहले 21 फरवरी 2023 को ईडी ने वीरेंद्र से जुड़े 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इन छापों के दौरान करीब 1.5 करोड़ रुपये के गहने और देशभर में महत्वपूर्ण निवेश से जुड़े दस्तावेज मिले थे। ईडी के आरोप पत्र में निविदाओं को किस प्रकार मैनेज कर अवैध ढंग से कमाई की जाती थी, इसका पूरा विवरण दिया गया है। इसमें यह भी बताया गया है कि घोटाले की रकम में से किस शख्स को कितना हिस्सा दिया जाता था।

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