Election 2024:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर पहुंचे। अरुणचल प्रदेश और असम में रैलियों को संबोधित करने के बाद पश्चिम बंगाल हुंचे। पश्चिम बंगाल की सिलिगुड़ी में प्रधानमंत्री ने 4,500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी वालों को भतीजे की चिंता और कांग्रेस वालों को शाही परिवार के बेटे-बेटियों की चिंता। यह लोग आम जनता की चिंता क्या करेंगे।
पूर्वोत्तर भारत का हुआ है विकास
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद लंबे समय तक पूर्वोत्तर भारत की अनदेखी की गई। हमारी सरकार पूर्वोत्तर को भार के विकास का ग्राेथ इंजन मानती है। इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है। एक वक्त था जब नार्थ ईस्ट में आते ही ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो जाया करती थी। अब सरकार ने इस दिशा में काम किया है और पूर्वोत्तर में भी ट्र्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। यहां की उत्तर बंगाल से बांग्लादेश के लिए ट्रेन चलनी शुरू हो गई है।
सिलिगुड़ी के स्टेशन का होगा विकास
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सिलिगुड़ी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किए जा रहे स्टेशनों में से एक है। इस योजना के तहत देश भर के 500 स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। बीते दस साल में हमने पूर्वोत्तर और बंगाल में रेल के विकास के लिए बहुत काम किया है। इसके विकास की स्पीड को पैसेंजर्स ट्रेन की स्पीड की जगह एक्सप्रेस की स्पीड दी है। हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान इसे और भी सुपरस्पीड से आगे बढ़ाया जाएगा।
टीएमसी ने महिलाओं को लाभ से वंचित रखा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों के संघर्ष को पहले तो वामपंथी सरकारों ने और फिर उसके बाद टीएमसी के सरकार ने नजरअंदाज किया। वह तो गरीबों की जमीनें हड़पने में लगे थे। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के जरिए हमारी सरकार लोगों को गैस सिलेंडर का मुफ्त कनेक्शन दे रही है। हालांकि, पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार ने इससे 14 लाख से ज्यादा महिलाओं को इस लाभ से वंचित रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि महिला दिवस पर हमने नारी शक्ति को तोहफा देते हुए गैस सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपए की कटौती कर दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि जो परिवार के सदस्य होते हैं वह सुख दुख के साथी होते हैं। मैं समझता हूं कि कोरोना के दौरान कितनी बड़ी संख्या में लोग चिंताओं में घिर हुए थे। यही बात साेचकर हमने देश के लोगों को मुफ्त राशन देने की योजना शुरू की है। मेरा एक ही लक्ष्य था कि गरीब परिवारों के घरों का चुल्हा नहीं बुझना चाहिए। मेरे मन में एक ही बात थी कि किसी भी गरीब परिवार के बच्चे को भूखे नहीं सोने देना है।