Assam CM Himanta Sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बहुविवाह के मुद्दे पर एक बार फिर से बयान दिया है। पश्चिम बंगाल में एक चुनावी सभा के दौरान सरमा ने कहा कि वह अपनी बेटी की शादी कभी भी ऐसे व्यक्ति से नहीं करेंगे, जिसकी पहले से ही कई पत्नियां हों। सरमा ने कहा कि मुस्लिम माताओं और बहनों को बहुविवाह की समस्या से छुटकारा दिलाना जरूरी है। सरमा ने कहा मैं मुसलमान माताओं के बीच में जाता हूं और उनसे पूछता हूं कि क्या सब कुछ ठीक है, वह मुझे एक से ज्यादा शादियाें से होने वाली तकलीफों के बारे में बताती हैं।
तीन तलाक हटाकर पीएम मोदी ने मुसलिम महिलाओं की मदद की
मुख्यमंत्री सरमा ने मंगलवार, 21 मई को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यदि किसी व्यक्ति की पहले से चार पत्नियां हैं, तो वह अपनी बेटी की शादी उस व्यक्ति से नहीं करेंगे। सरमा ने एक मुस्लिम महिला के साथ बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि जब मैंने एक मुस्लिम महिला से पूछा तो उसने कहा कि शादी के 10 साल बाद उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है। सरमा ने कहा कि मोदी सरकार ने तीन तलाक पर रोक लगाकर मुस्लिम माताओं की मदद की है। इसी तरह कोई मुसलिम माता कहती हैं कि उसके पति ने दूसरी शादी कर ली है, तो कोई कहती हैं कि उसके पति ने तीसरी शादी कर ली है।
खटाखट, खटाखट, खटाखट- मुसलमान माताओं को तलाक़ देने वाले उद्योग पर मोदी सरकार ने ताला लगा दिया।#BengalCampaign2024 pic.twitter.com/IsdG25QOCK
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) May 21, 2024
चार चार शादियों की वजह से आज मुसलिम महिलाएं दुखी
उन्होंने बताया कि मुस्लिम महिलाएं अपने पतियों के बहुविवाह में शामिल होने की दुर्दशा से बचने के लिए तलाक लेती हैं। आज मुसलिम माताएं रोती हैं। जैसे राहुल जी कहते हैं खटाखट कहते हैं, ठीक उसी प्रकार मुसलिम समाज में एक-एक पति, खटाखट-खटाखट शादियां कर लेते हैं। मैं राहुल गांधी से कहता हूं कि आप इस खटाखट की आवाज सुनो। आप जो खटाखट बाेल रहें हैं, वो खटाखटा नहीं है। मुसलिम महिलाओं के साथ जो हो रहा है वही, हकीकत है। मुसलिम महिलाएं एक पति की के कई बार शादियों करने की वजह से दुखी हैं। हमें उन्हें इस दुर्दशा से बाहर निकालना है।
हमें मुसलिम महिलाओं को बचाने के लिए देश में यूसीसी लाना है
सरमा ने भारत की धर्मनिरपेक्षता का जिक्र करते हुए यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें देश में चार चार शादी करने की दुकान बंद करना है और देश में UCC लाना है। सरमा ने कहा कि देश में इस तरह की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए बीजेपी को वोट देने की जरूरत है, ताकि UCC लागू किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा। सरमा ने कहा कि ममता दीदी घर में एक साथ चार पत्नियां होने से मुसलिम महिलाओं पर क्या गुजरती है उसे देखिए ममता दीदी, उसके बाद हमें सेकुलरिज्म के बारे में आप बताना।
असम में UCC के लिए समिति का गठन
असम के मुख्यमंत्री सरमा की सरकार ने राज्य में बहुविवाह पर रोक लगाने की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया है। असम के सीएम हिमंत सरमा ने इस साल जनवरी में कहा था कि वह अपने राज्य में यूसीसी कानून लाने जा रहा है। सरमा ने बताया था कि इस मुद्दे पर राज्य कैबिनेट में चर्चा भी हुई है। हालांकि, उन्होंने कहा था कि असम में लागू होने वाला यूसीसी, दूसरे राज्यों की तुलना में थोड़ा अलग होगा। असम में इस कानून के दायरे से आदिवासियों को दूर रखा जाएगा। वहीं, बीजेपी शासित उत्तराखंड में UCC को लेकर एक बिल विधानसभा में पेश किया जा चुका है। गुजरात में भी यूसीसी कानून लागू किया जा चुका है। अब बीजेपी इस कानून को पूरे देश में लागू करना चाहती है।