Farmers Protest Live Updates: दिल्ली जाने पर अड़े किसानों ने बुधवार को दूसरे दिन भी पंजाब से सटे हरियाणा के शंभू, खनौरी, जींद और डबवाली बॉर्डर पर हंगामा किया। लेकिन पुलिस और सुरक्षाबलों ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। जब वॉर्निंग के बाद भी किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हुए तो उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए। करीब 10 हजार आंदोलनकारी किसान 13 फरवरी से सड़कों पर दिनरात डटे हैं। केंद्र सरकार की ओर से मांगों पर चर्चा के लिए अब तीसरे दौर की वार्ता का प्रस्ताव किसान संगठनों को मिला है। इसके बाद किसानों ने गुरुवार शाम (15 फरवरी) तक दिल्ली कूच रोक दिया है। इस बैठक के बाद अगली रणनीति तय होगी। उधर, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने किसानों पर बर्बरता की कड़ी निंदी की और पंजाब के 6 जिलों में 15 फरवरी को रेल रोको आंदोलन और टोल फ्री करने का ऐलान कर दिया।
केंद्रीय मंत्रियों के साथ गुरुवार को फिर होगी वार्ता
किसानों और केंद्र के बीच गुरुवार को शाम 5 बजे तीसरे दौर की बैठक बुलाई गई है। इसकी जानकारी पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सरवन सिंह पंधेर ने दी। बैठक के लिए पंजाब सरकार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का इंतजाम करेगी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय किसान नेताओं से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत अन्य मांगों पर चर्चा करेंगे। बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों के प्रदर्शन को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से समाधान के तरीकों पर चर्चा की।
पंजाब में रेल रोको, 16 को भारत बंद का आह्वान
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे जाने पर नाराजगी जताई। बीकेयू (उगराहां) ने स्टेट लेवल बॉडी की मीटिंग बुलाई। इसके बाद बीकेयू के प्रमुख जोगिंदर सिंह उगराहां ने कल यानी गुरुवार को दोपहर 12 से 4 बजे तक पंजाब में रेलवे ट्रैक जामकर करने और टोल फ्री कर विरोध-प्रदर्शन का ऐलान कर दिया। इससे 6 जिलों में रेल संचालन पर असर पड़ेगा। किसान लुधियाना, अमृतसर, बठिंडा, बरनाला, फतेहगढ़ साहिब और मोगा में ट्रेनें रोकेंगे। वहीं, जालंधर में संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि गुरुवार को पंजाब के सभी टोल सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक फ्री करेंगे और 16 फरवरी को भारत बंद बुलाया गया है। (किसान आंदोलन मुश्किल में मुसाफिर, पढ़ें पूरी खबर...)
ड्रोन के इस्तेमाल पर हरियाणा-पंजाब आमने-सामने
इस बीच, ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर पंजाब और हरियाणा आमने-सामने आ गए हैं। हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर पुलिस ने खुफिया जानकारी जुटाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल शुरू किया। ड्रोन उड़ाकर यह मॉनिटरिंग शुरू की बैरिकेडिंग के उस पार बैठे किसानों की एक्टिविटी क्या है। इस पर पंजाब ने आपत्ति जताई। पंजाब ने कहा कि आखिर ड्रोन को हमारे राज्य की सीमा पर क्यों भेजा जा रहा है। इस पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने आपत्ति जताई। कहा कि पंजाब ने दो राज्यों की सीमा को भारत पाकिस्तान बनाने की कोशिश की है। कोई हमारी पुलिस पर पथराव करेगा, हमला करेगा तो क्या हम उसे पकड़ने के लिए पंजाब नहीं घुसेंगे।
दिल्ली के सभी बॉर्डर सील, 10 किमी लंबा जाम लगा
किसानों को राजधानी की सीमा पर ही रोकने के लिए दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी मुख्य मार्ग सील हैं। सीमापुरी, गाजीपुर, टिकरी, बहादुरगढ़ बॉर्डर पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात हैं। बॉर्डर पर बेरिकेडिंग की गई और वाटर कैनन वैन तैयार हैं। कई रास्तों पर किसानों को रोकने के लिए बोल्डर, कंक्रीट स्लैब और कीलें बिछा रखी हैं। जिन जगहों पर बेरिकेडिंग छतिग्रस्त हुई थीं, वहां पुलिस ने रातोंरात दोबारा स्ट्रीट लाइट की रोशनी में मजदूरों से कंक्रीट स्लैबस डलवाई गई। अब इन्हें कोई भी आसानी से नहीं उखाड़ पाएगा।
Live Updates:
- किसान आंदोलन पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि एमएसपी पर रिपोर्ट 2004 में आ गई थी। उस समय कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस की सरकार ने 10 साल तक एमएसपी को लागू नहीं किया। किसान सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत करने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं, लेकिन जब सरकार के सभी लोग उनसे बात करने के लिए चंडीगढ़ पहुंच गए तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया। मुझे इस बात की हैरानी है कि पंजाब सरकार ने हमें नोटिस जारी किया है कि उनकी सीमा में हम ड्रोन नहीं भेजें। क्या यह भारत-पाकिस्तान हो गया है। कोई हमारी पुलिस को मारकर भागेगा तो क्या हम उसे पकड़ने के लिए नहीं जाएंगे। किसानों की पत्थरबाजी में हमारे एक डीएसपी और 25 से ज्यादा अफसरों को चोटें आई हैं।
- झज्जर के एसपी अमित जैन ने कहा कि हमारे जिले में अभी तक शांति है। हालांकि, हमने एहतियात बरतते हुए कुछ जगहों पर बैरिकेड लगाए हैं। अगर कोई भी नियमों का पालन नहीं करता है या कानून तोड़ने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। पैदल चलने वाले राहगीरों को जगह दी जा रही है। मैं सभी लोगों से प्रार्थना करता हूं कि शांति और सौहार्द कायम रखें।
- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मैं सभी किसान संगठनों के नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वह सहयोग करें और बातचीत करने के लिए आगे आएं, जिससे आम लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। सरकार किसानों की समस्याओं के समाधान को लेकर प्रतिबद्ध है। हमने किसानों को आश्वासन दिया है कि उनके प्रशासनिक प्रकृति के सभी कामों को फास्टट्रैक किया जाएा। लेकिन, नए कानूनों को बनाने में बहुत सारी चीजों पर विचार करने की जरूरत होगी। आने वाले समय में हम किसान संगठनों से चर्चा करके जो भी संभावित समाधान होगा, ढूंढने की कोशिश करेंगे।
- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि किसान जिस तरह से बातें कर रहे हैं उससे समस्याएं और अभी बढेंगी। किसानों के रवैये के कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मैं सभी किसान संगठनों से कहना चाहता हूं कि ऐसा कदम उठाएं जिससे बातचीत करके समाधान निकाला जा सके। सरकार बातचीत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
- कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सरकार के एक्शन की निंदा करते हैं। हर दिन हम केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश की सरकार के विज्ञापनों में 'मोदी की गारंटी' लिखा देखते हैं। हां यह सही है कि मोदी की गारंटी थी। पिछली बार सरकार ने किसानों से बातचीत की थी तो यह गारंटी दी गई थी कि एमएसपी की गारंटी दी जाएगी। किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे। साथ ही लखीमपुर खीरी मामले में दोषी मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, यह विडंबना है कि मोदी सरकार ने किसानों से बातचीत के लिए कॉर्पोरेट मंत्री पीयूष गोयल को भेजा। पीयूष गोयल कॉर्पोरेट वर्ल्ड का प्रतिनिधित्व करते हैं और कॉर्पोरेट्स का हित किसानों के शोषण में हैं।
- भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सरकार किसानों के मुद्दों का समाधान करने के लिए संवेदनशीलता से काम कर रही है। किसानों की ज्यादातर मांगे मान ली गई हैं। लोकसभा का सत्र समाप्त हो चुका है, ऐसे में किसानो की ओर से कानून बनाने की मांग करना टेक्निकली हैरान करने वाली है। सरकार अभी कानून नहीं बना सकती है।
- पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि मीडिया खबरें आ रही हैं कि एमएसपी की गारंटी वाला कानून जल्दबाजी में नहीं बनाया जा सकता। हम तो सिर्फ इतना कह रहे हैं कि हमें एमएसपी पर कानूनी गारंटी दे दी जाए, ताकि हम उस एमएसपी से नीचे फसल न बेचें। इसलिए, समिति गठित करने का कोई सवाल ही नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी को आगे आना चाहिए और किसानों से बातचीत करना चाहिए।
- शिरोमणि अकाली दल (SAD) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार सुबह किसानों का समर्थन किया।केंद्र सरकार से किसानों की मांगों को पूरा करने की अपील की। बादल ने आम आदमी पार्टी (आप) के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से गेहूं और धान सहित 17 फसलों पर एमएसपी देने का अनुरोध किया। सुखबीर सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी को अपना यह वादा पूरा करना चाहिए।
- हरियाणा पंजाब बॉर्डर पर पुलिस रात भर डटी रही। वहीं किसानों को रोकने के लिए सड़कों पर रखे कंक्रीट स्लैब्स की सिमेंटिंग की गई।
- टिकरी बॉर्डर पर भी पुलिस ने सिमेंट ब्लाॅक रखकर रास्ता जाम कर दिया। ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
- गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस अल सुबह तक मुस्तैद नजर आई। रात भर पुलिस ने नजर रखा कि किसान बैरिकेड तोड़कर आगे नहीं बढें।
- पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महा सचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि कांग्रेस हमारा समर्थन नहीं करती है। हम किसानों की बदहाली के लिए कांग्रेस को भी उतना ही जिम्मेदार मानते हैं जितना कि बीजेपी। किसानों के खिलाफ यह कानून कांग्रेस के शासन काल में लाया गया था।
- किसान बड़ी संख्या में पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार को फिर से दिल्ली पहुंचने के लिए प्रयास करेंगे।
- पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा- "करीब 10 हजार लोग शंभू बॉर्डर पर पहुंच गए। किसान यहां शांतिपूर्ण स्थिति बनाए हुए हैं। कुछ भी नहीं हो रहा फिर भी ड्रोन के जरिए हमारे ऊपर आंसू गैस फेंकी जा रही है। जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती विरोध जारी रहेगा।”
- सरकारी सूत्रों के मुताबिक, किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के कारण पंजाब में 50 फीसदी कम डीजल और 20 फीसदी कम गैस भेजी जा सकी है।
किसान केंद्र से बात करना चाहते हैं-विज
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा- ''किसान केंद्र सरकार के साथ बात करना चाहते हैं, केंद्रीय अधिकारी यहां वर्ता के लिए आए भी, दो बार बातचीत हो चुकी है और आगे भी इससे इनकार नहीं कर रहे हैं। इसके बाद भी किसान दिल्ली जाने के लिए अड़े हैं। आखिर वे दिल्ली क्यों जाना चाहते हैं? लगता है कि इससे पीछे उनकी कोई मंशा है। हम शांति भंग नहीं होने देंगे। किसानों अपना फैसला वापस ले लेना चाहिए।'
किसानों ने की तोड़फोड़
किसानों ने मंगलवार को 'दिल्ली चलो' मार्च शुरू किया। इससे पहले चंड़ीगढ़ में केंद्र सरकार के साथ वार्ता में किसान संगठनों की मांगों को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई। आंदोलनकारी किसानों के जत्थे हरियाणा और पंजाब से दिल्ली की ओर निकल पड़े हैं। जिन्हें राज्यों की सीमाओं पर ही रोका गया। शंभू बॉर्डर प किसानों ने पुल पर लगी रेलिंग और बेरिकेड्स तोड़ दिए।