Farooq Abdullah Rejects Alliance with INDIA Bloc: लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन को एक और बड़ा झटका लगा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गुरुवार को आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की है। पार्टी नेता फारूक अब्दुल्ला ने स्पष्ट रूप से कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन किए बिना अपनी योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ेगी।
एनडीए में जाने से इंकार नहीं
अब्दुल्ला ने आगे कहा कि जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है, मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अपने बल पर चुनाव लड़ेगी। इसमें कोई दो राय नहीं है। इस पर अब कोई सवाल नहीं होना चाहिए। हालांकि फारूक अब्दुल्ला ने यह नहीं बताया कि उनकी पार्टी ने अचानक इतना बड़ा निर्णय क्यों लिया? उन्होंने एनडीए में जाने की संभावनाओं से इंकार भी नहीं किया।
#WATCH | Srinagar: On elections in J&K and seat sharing, National Conference Chief Farooq Abdullah says, "I think that elections in both states will be held with the Parliamentary elections. As far as seat sharing is concerned, NC will contest alone and there's no doubt about… pic.twitter.com/e2pLpX3YVB
— ANI (@ANI) February 15, 2024
जम्मू-कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रहे फारूक अब्दुल्ला इंडिया ब्लॉक के कद्दावर नेता थे। उन्होंने इंडिया गुट की तरफ से बिहार की राजधानी पटना में हुई पहली बैठक से अब तक हुई सभी बैठक में हिस्सा लिया।
पिछले महीने सीट शेयरिंग को लेकर जताई थी चिंता
पिछले महीने फारूक अब्दुल्ला ने इंडिया ब्लॉक में दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर आम सहमति न बनने पर अपनी चिंता जताई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के यूट्यूब चैनल पर अब्दुल्ला ने समझौते का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि अगर हमें देश को बचाना है, तो हमें मतभेदों को भुलाकर देश के बारे में सोचना होगा।
सियासी गलियारे में चर्चा है कि फारूक अब्दुल्ला ने यूं अचानक इतना बड़ा फैसला नहीं लिया है। हाल ही में पार्टी के भीतर बड़े पैमाने पर दलबदल के बाद यह फैसला लिया गया है। कठुआ जिला अध्यक्ष सहित प्रमुख नेता हाल ही में भाजपा में शामिल हो गए, जिससे नेशनल कॉन्फ्रेंस की स्थिति और कमजोर हो गई।
ईडी ने जारी किया था समन
फारूक अब्दुल्ला को हाल ही में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तलब किया था। अब्दुल्ला ने सम्मन नहीं लिया और ईडी अधिकारियों को एक ईमेल और एक पत्र में, उनकी गैर-उपस्थिति का कारण शहर से बाहर होना बताया।