प्राण प्रतिष्ठा से पहले सरकार अलर्ट: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए गाइडलाइन जारी, फर्जी पोस्ट करने पर होगी कार्रवाई

Ram Temple Event New Advisory:अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए शनिवार को नई एडवाइजरी जारी की। इसमें झूठे और भ्रामक कंटेट को रोकने के लिए कहा गया है।;

Update:2024-01-20 16:53 IST
केंद्र सरकार ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए नई एडवाइजरी जारी की।Ram Temple Event New Advisory
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Ram Temple Event New Advisory: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर सरकार सतर्क है। सरकार ने समारोह से पहले मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। इनसे कहा गया है कि फेक और भ्रामक कंटेंट पब्लिश न करें। इससे जुड़ी एडवाइजरी सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी की गई है।  

वीआईपी टिकट बेचने का फर्जी लिंक आया सामने
बीते कुछ समय से प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए वीआईपी टिकट और राम मंदिर का प्रसाद बेचने का दावा करने वाले फर्जी लिंक ऑनलाइन मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं। इस पर गौर करते हुए सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चेताया है कि वह इस तरह की गतिविधियों को रोके। इस तरह की गतिविधियों से सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था बिगड़ सकती है। 

बीते कुछ समय से अयोध्या में बढ़ी ऑनलाइन ठगी
बता दें कि इससे पहले अयोध्या में व्हाट्सएप्प और क्यूआर कोड के जरिए ठगी करने का मामला सामने आया था। राम मंदिर ट्रस्ट ने इसकी जानकारी दी  थी कि कुछ साइबर अपराधियों ने राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने के नाम पर ठगी की थी। इसके बाद सरकार ने अपनी एक टीम को अयोध्या में तैनात किया है। यह टीम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर नजर रख रही है। सरकार ने कहा है कि ऑनलाइन ठगी या भ्रामक या झूठे कंटेट पब्लिश करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। 

एमेजॉन को  CCPA ने जारी किया नोटिस
हाल ही ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन ने अपने प्लेटफॉर्म पर श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद के नाम से मिठाइयों की बिक्री शुरू की थी। इस पर  सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने एमेजॉन को नोटिस जारी किया है। CCPA ने कंपनी पर भ्रामक ढंग से व्यापार करने का आरोप लगाया है। अथॉरिटी ने कंपनी को नोटिस जारी होने के सात दिन के भीतर जवाब सौंपने को कहा है। कंपनी अगर तय समय में नोटिस का जवाब नहीं दे पाती है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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