Gunner Gurpreet Singh lost life in Baramulla Sector in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से एक दुखद खबर आई है। बारामूला सेक्टर में फॉरवर्ड एरिया में ऑपरेशनल टास्क के दौरान गनर गुरप्रीत सिंह शहीद हो गए। गुरप्रीत की उम्र महज 24 साल थी। वे पंजाब के गुरदासपुर में गांव भैणी के रहने वाले थे। इस दुखद खबर से मां लखविंदर कौर का कलेजा फट गया। वे बेटे की शादी की तैयारी कर रही थीं। लेकिन बेटे का शव तिरंगे में लिपटा आया। परिवार और गांव में शोक है। चिनार कोर कमांडर, जीओसी 31 सब एरिया सीओएस मुख्यालय में सभी रैंकों की ओर से शहीद गुरप्रीत सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। सेना ने कहा कि वे परिवार की इस दुख की घड़ी में साथ हैं।   

पैर फिसला और गहरी खाई में गिर गए गुरप्रीत
भारतीय सेना ने एलओसी के पास ऑपरेशन और उन परिस्थितियों के बारे में ज्यादा जानकारी जारी नहीं दी है, जिनके कारण गुरप्रीत सिंह की मौत हुई। हालांकि सैन्य सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय राइफल्स 18 में तैनात गनर गुरप्रीत सिंह टीम के साथ उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास बर्फीली पहाड़ियों पर गश्त कर रहे थे। इस दौरान उनका पैर फिसला और वे गहरी खाई में गिर गए। इससे उनकी मौत हो गई। 

6 साल पहले मिली थी नौकरी
गुरप्रीत सिंह 6 साल पहले सेना की 73 फील्ड रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। अगस्त 2023 में उन्हें गुलमर्ग में नई पोस्टिंग मिली थी। इससे पहले वे पश्चिम बंगाल के वीनागुड़ी में तैनात थे। 

Martyr Gunner Gurpreet Singh

एक दिन पहले आतंकियों ने सेना के वाहन पर किया हमला
बीते शुक्रवार को आतंकियों ने पुंछ में सेना के वाहन पर हमला किया। इसके बाद सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया तो आतंकी भाग निकले। सेना के अनुसार, शुक्रवार शाम करीब 6 बजे पुंछ सेक्टर में कृष्णा घाटी के पास एक जंगल से संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों के वाहनों के काफिले पर गोलीबारी की गई। हालांकि कोई सैनिक हताहत नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान जारी है।