Haryana BJP JJP Alliance Crisis Live Updates: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे। विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी है। नायब सिंह पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के करीबी हैं। हाल ही में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। सैनी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। यह पूरा घटनाक्रम जजपा से गठबंधन टूटने के बाद हुआ।
भाजपा सांसद संजय भाटिया ने बताया कि शाम 5 बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। फिलहाल भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में ओबीसी कार्ड खेल दिया है। खट्टर को करनाल या कुरुक्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है।
Live Updates...
- नायब सिंह सैनी साल 2016 में हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे। इसके बाद साल 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए थे। नायब सिंह की पूरी कहानी पढ़िए...
- भाजपा सांसद संजय भाटिया ने कहा कि नायब सिंह सैनी सीएम होंगे। उन्हें अपना मंत्रिमंडल चुनने का अधिकार है। वह पार्टी के परामर्श से ऐसा करेंगे। हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतेंगे।
- चंडीगढ़ में भाजपा विधायक दल की बैठक जारी है। बैठक में पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ मौजूद हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी भी शामिल हैं।
- आज भाजपा दोबारा सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। सीएम मनोहर के साथ 5 मंत्री शपथ ले सकते हैं। राजभवन में शाम 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा।
- भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद जजपा में बगावत हो गई है। सभी 10 विधायकों की दिल्ली में मीटिंग बुलाई थी, लेकिन उसमें 5 वहां नहीं पहुंचे।
- भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) का गठबंधन टूट गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पूरी कैबिनेट के साथ राजभवन में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को इस्तीफा दिया। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी चल रही है।
दुष्यंत चौटाला ने लौटाई सरकारी गाड़ियां
जजपा के राष्ट्रीय महासचिव और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ले सरकारी गाड़ियां लौटा दी हैं। उन्होंने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। मंगलवार को दुष्यंत चौटाला एक बार फिर दिल्ली में हैं। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात का समय मांगा है।
क्यों टूटा गठबंधन?
सूत्रों का कहना है कि हरियाणा में भाजपा सरकार आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर मतभेदों के बीच दुष्यंत चौटाला की के साथ अपना गठबंधन खत्म कर रही है। दरअसल, जजपा 2 सीट लोकसभा चुनाव के लिए मांग रही है। जबकि भाजपा देने के मूड में नहीं है। भाजपा सभी 10 सीटों पर लड़ना चाहती है।
भाजपा ने हरियाणा भेजा 2 पर्यवेक्षक
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार रात और मंगलवार सुबह विधायकों के साथ इमरजेंसी मीटिंग की। जिसमें सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक भी शामिल हुए। राजभवन में काफी गहमागहमी है। पार्टी सात निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ नई सरकार बना सकती है। वर्तमान में भाजपा के 41 विधायक, कांग्रेस के 30 और जेजेपी के 10 विधायक हैं। सात निर्दलीय हैं, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) का एक-एक विधायक है।
केंद्र की नजर हरियाणा के घटनाक्रम पर है। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पार्टी नेता तरुण चुघ को पर्यवेक्षक के रूप में हरियाणा भेजा है।
निर्दलीय विधायक बोले- हमने अपना समर्थन दिया
निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने कहा कि मैं कल मुख्यमंत्री से मिला था। हमने पहले ही सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। हमने लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की। जजपा से गठबंधन टूट चुका है।
हरियाणा में दलीय स्थिति
पार्टी | विधायक |
भाजपा | 41 |
जजपा | 10 |
हालोपा | 01 |
कांग्रेस | 30 |
इनेलो | 01 |
निर्दलीय | 07 |
इन निर्दलीय विधायकों ने दिया समर्थन
- धर्मपाल गोंदर निर्दलीय
- रणधीर गोलन
- गोपाल कांडा हलोपा
- राकेश दौलताबाद
- सोमवीर सांगवान
- रणजीत चौटाला
- नयन पाल रावत
सरकार पर संकट नहीं, सेफ जोन में भाजपा
हरियाणा में अगर जजपा गठबंधन तोड़ देती है तो भी भाजपा सरकार पर संकट नहीं है। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं। 41 भाजपा के पास है। 7 निर्दलीय और एक हलोपा के विधायक का समर्थन मिल चुका है। यहां बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए। भाजपा के पास 49 विधायकों का समर्थन है।