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Himachal Pradesh Protest: हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में शनिवार को मस्जिद के अवैध निर्माण पर विरोध प्रदर्शन हुआ। पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ हिंदू संगठनों ने रैलियां निकालीं।

हिमाचल प्रदेश में में मस्जिद विवाद को लेकर विरोध तेज हो जा रहा है। शनिवार को  हिमाचल प्रदेश में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर चार जिलों में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। शिमला के साथ-साथ सोलन, बिलासपुर, हमीरपुर और सिरमौर में भी विरोध रैली निकाली गई। इस रैली का नेतृत्व हिंदू संगठनों ने किया, जो शिमला के संजौली मस्जिद के विवाद पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। लोगों ने आरोप लगाया कि मस्जिद के अवैध निर्माण से इलाके की शांति भंग हो रही है और इसमें बाहरी लोगों की भूमिका भी है। 

बाहरी लोगों की पुलिस वेरिफिकेशन की मांग
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की पुलिस वेरिफिकेशन होनी चाहिए। साथ ही, उनके कामकाज पर नजर रखी जानी चाहिए। इसी मांग को लेकर राज्यभर के बाजारों को दो घंटे के लिए बंद रखा गया। इस विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राज्य के सभी मस्जिदों और मुस्लिम बहुल इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। विरोध में भाग लेने वाले संगठनों का कहना है कि इस मसले पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि क्षेत्र में शांति बहाल हो सके। 

शिमला के संजौली मस्जिद का विवाद
यह पूरा विवाद शिमला के मल्याना गांव में 31 अगस्त की शाम को एक स्थानीय युवक के साथ मारपीट से शुरू हुआ था। आरोप है कि इस मारपीट में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल थे। इस घटना के बाद आरोपी संजौली की मस्जिद में छिप गए थे। 1 सितंबर को स्थानीय लोगों ने मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि मस्जिद की पांच मंजिला इमारत के तीन मंजिल अवैध हैं। इसके अलावा, उनका कहना है कि मस्जिद की ऊपरी मंजिल से लोग आसपास के घरों में झांकते हैं।

मस्जिद को गिराने की मांग
स्थानीय लोगों ने मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग की है। 5 सितंबर को संजौली और चौरा मैदान में विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इसी दिन शाम को कसुम्प्टी इलाके में भी मस्जिद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके बाद शिमला के संजौली-ढली क्षेत्र में बुधवार को हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया। 

पुलिस लाठीचार्ज और अदालत में मामला
संजौली-ढली के विरोध के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। मामला शिमला नगर निगम के आयुक्त की अदालत में भी चल रहा है, जहां मस्जिद की तीन मंजिलों को अवैध बताया गया है। मुस्लिम समुदाय की ओर से कहा गया है कि अगर अदालत का आदेश होगा तो वे खुद ही इन मंजिलों को गिरा देंगे। फिलहाल, उन्होंने मांग की है कि मस्जिद की इन तीन मंजिलों को सील कर दिया जाए।

मंडी में भी मस्जिद पर विवाद
मंडी जिले में जेल रोड पर स्थित एक मस्जिद का भी अवैध निर्माण विवाद का हिस्सा बन चुका है। स्थानीय लोग इस मस्जिद के निर्माण का विरोध कर रहे थे, और मामला मंडी नगर निगम आयुक्त की अदालत तक पहुंचा। 13 सितंबर को अदालत ने मस्जिद की दो मंजिलों को अवैध घोषित करते हुए 30 दिनों के भीतर इन्हें गिराने का आदेश दिया। इस विवाद के बाद मुस्लिम समुदाय ने खुद ही मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ना शुरू कर दिया है।

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