Himachal snowfall Alert: हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई। स्थानीय लोग लंबे समय से बर्फ गिरने का इंतजार कर रहे थे। मौसम विभाग के मुताबिक अगले चौबीस घंटों में राज्य में कई जगहों पर बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। इसे देखते हुए कई जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बर्फबारी की शुरुआत मंडी जिले से हुई। इसके साथ ही चौहारघाटी, जंजैहली स्थित शिकारी मंदिर, निहरी, देवीदड़ और कमरुनागर मंदिर के आसपास भी बर्फबारी हुई है। 

19 पंचायतें अलग- थलग पड़ी
चंबा जिले की पांगी घाटी में रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई है। किलाड़ में 1 फुट की बर्फबारी के बाद परिवहन सुविधाएं प्रभावित हुई हैं। हिमाचल के ऊपरी इलाकों में 2 फीट तक बर्फबारी हुई, जिससे गईं। बिजली आपूर्ति ठप हो गई, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोगों को आवाजाही में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। 15 ट्रांसफार्मर बंद हो गए हैं जिससे कई पंचायतों में बिजली गुल है। 

बर्फबारी के असर से निपटने के लिए प्रशासन तैयार
लगातार हो रही बर्फबारी के चलते पांगी घाटी में प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। संभावित आपदाओं से निपटने के लिए प्रत्येक पंचायत में स्थानीय युवाओं की टीमें गठित की गईं। 19 पंचायत प्रधानों से संवाद जारी है। पांगी से बाहर जाने वाले दो अहम रास्ते बंद हो गए हैं। भूस्खलन के कारण कुल्लू मनाली पर आवाजाही बंद है। वहीं, बर्फबारी के कारण जम्मू-कश्मीर जाने वाली सड़क पर भी यातायात बाधित हो गया है। 

पांगी में हिमखंड टूटने से मर्च गांव को खतरा
पांगी घाटी में मर्च गांव को हिमस्खलन के खतरे का सामना करना पड़ रहा है। 2020 में भी यहां पर हिमस्खलन हुआ था। 12,000 फीट की ऊंचाई वाले इस  गांव में तीन फीट बर्फबारी हुई है। मर्च में लगभग 35 परिवार रहते हैं, स्थिति का आकलन करने के लिए वार्ड सदस्यों के माध्यम से संपर्क स्थापित किया जा रहा है। भारी बर्फबारी के कारण पांगी घाटी अलग-थलग पड़ गई है। अधिकारियों ने बर्फबारी को लेकर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।