Himanta Biswa vs Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और हिमंत बिस्व शर्मा के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। राहुल गांधी पर असम में शांति भंग करने को लेकर एफआईआर दर्ज हो गई। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने राहुल गांधी पर एसआईटी गठित करने का ऐलान कर दिया है। इस बीच, राहुल गांधी ने बुधवार को असम के बारपेटा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पता नहीं कि उनके (असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा) के दिमाग में आ गया कि वो राहुल गांधी को डरा सकते हैं। चाहे जितने केस लगाने हों मेरे ऊपर लगा लें, 24 लगाएं, 25 और लगा लें। मैं इनसे नहीं डरने वाला हूं।
असम के सीएम पर लगाए गई आरोप
बारपेट के राहुल गांधी बुधवार को असम के धुबरी पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने एक बार फिर से असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि देश केब सबसे भ्रष्ट सीएम असम के सीएम हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि असम के मुख्यमंत्री कोयला खनन, टी गार्डन, अखबार, टीवी चैनल्स और सुपारी तक से भी पैसे भी बना रहे हैं। साथ ही कहा कि काजिरंगा में भी अगर गैंडा देखना है तो असम के सीएम का वहां पर भी रिसोर्ट है। असम के मुख्यमंत्री वहां भी पैसे बना रहे हैं।
धर्म के आधार पर नफरत फैला रहे असम के सीएम
राहुल गांधी ने असम के मुख्यमंत्री धर्म के और जाति के आधार पर भेदभाव करते हैं। यह कहते हैं कि पिछड़ी और दलित जाति के लोगों सामान्य जाति के लोगों की सेवा करने के लिए पैदा हुआ है। वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि लोगों का ध्यान भटका सकेंं और राज्य के कोयला खदानों, टी गार्डन जैसी चीजों से ज्यादा से ज्यादा पैसे बना सकें। बीते दो दिन से असम में मेरी रैलियों पर हमला हो रहा है। कभी कोर्ट केस कराए जा रहे हैं तो कभी भाजपा कार्यककर्ताओं को सड़क किनारे खड़ा कर दिया जा रहा है। उन्हें मालूम नहीं है कि राहुल गांधी किसी से डरने वाला नहीं है। ना तो मैं असम के सीएम से डरता हूं, ना नरेंद्र मोदी से और ना ही अमित शाह से।
क्यों लिया मणिपुर से यात्रा शुरू करने का फैसला?
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे लोगों ने कहा कि आपने कश्मीर से कन्याकुमारी तक की यात्रा निकाल ली लेकिन भाजपा ने असम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल में ओडिसा में नफर फैला रखी है, उसका क्या होगा। इसलिए हमने इस साल मणिपुर से महाराष्ट्र तक की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले हैं। मैंने पिछली यात्रा में जो कहा, वही अब भी कह रहा हूं कि ये भाईचारे का देश है नफरत का नहीं। यह देश हिंसा का नहीं अहिंसा का देश है।