Hindu Mahasabha on Lok Sabha election: श्रीराम जन्मभूमि मामले में मुख्य पक्षकार रहे अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने हरिभूमि डिजिटल को बताया कि महासभा पूरे देश में प्रत्याशी उतारेगी। हमने दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में करीब ढाई लोकसभा सीटें चिह्नित की है। जहां पूरी दमदारी से चुनाव लड़ेंगे। 23 मार्च तक पहली सूची की जाएगी। 

स्वामी चक्रपाणि महाराज की मानें तो अखिल भारतीय हिंदू महासभा प्रथम हिंदुत्वादी पार्टी है। इसकी स्थापना 1882 में हुई थी। बाद में पंडित मदन मोहन मालवीय ने 1915 में इसका राष्ट्रीयकरण किया था। वीर सावरकर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। अखिल भारत हिंदू महासभा ने राजनीति के हिंदूकरण और हिंदू सैनिकों की घोषणा कर सशक्त बनाने पर बल दिया है। 

1882 में हुई थी हिंदू महासभा की स्थापना 
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने बताया, हिंदू महासभा प्रथम हिंदुत्ववादी पार्टी है। 1882 में स्थापना हुई थी। 1915 में पंडित मदन मोहन मालवीय ने इसका राष्ट्रीयकरण किया था। वीर सावरकर राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। पहले भी चुनाव लड़े हैं। इस बार सत्ता की चाबी हमारे पास होगी। हम वाराणसी में भी प्रत्याशी उतारेंगे। सूची तैयार की जा रही है। 

राम मंदिर की लड़ाई लड़ी, न्योता तक नहीं मिला 
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में अखिल भारतीय महासभा की अहम भूमिका रही है। सड़क से लेकर कोर्ट तक राम मंदिर की लड़ाई लड़ी, लेकिन रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण तक नहीं मिला। जबकि, इसमें बालीवुड एक्टर्स की बीफ खाने वालों और मुस्लिम पक्ष के लोगों तक को बुलाया गया था।