India Block strategy: देश में जोड़-तोड़ यानी गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए शुक्रवार को सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। नरेंद्र मोदी रविवार (9 जून) को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। नई एनडीए सरकार गठन की तैयारियों के बीच विपक्षी खेमे यानी इंडिया ब्लॉक में भी गहमा गहमी बढ़ गई है। गुरुवार को इंडिया बैठक के नेता एक दूसरे से मिलते नजर आए। टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने दिल्ली में समाजावादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। टीएमसी का दावा है कि बंगाल में बीजेपी के कुछ सांसद और विधायक उनके संपर्क में हैं।
चौथी कसम हमारी होगी: शिवसेना (UBT)
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राऊत ने मीडिया से कहा कि नरेंद्र मोदी की इच्छा है, तीसरी कसम लेने की तो उन्हें लेने दें। चौथी कसम हम लेंगे। मोदी भगवान के अवतार हैं, काशी पुत्र और गंगा पुत्र है। उनकी बड़ी इच्छा है तीसरी कसम लेने की। उन्हें यह इच्छा पूरी करने दीजिए। इसके बाद हम देखेंगे कि क्या करना है। तीसरी कसम अगर उनकी होगी तो चौथी कसम हमारी होगा।
बंगाल में बीजेपी सांसदों के संपर्क में टीएमसी
इंडिया गठबंधन के नेताओं के बयानबाजी से इस बात की सुगबुगुहट तेज हो रही है कि विपक्षी पार्टियां अंदरखाने किसी रणनीति में लगी हुई हैं। इसबीच मीडिया के एक धड़े में ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि टीएमसी बंगाल बीजेपी के कई नेताओं के संपर्क में है। बता दें कि बंगाल में बीजेपी ने 10 सीटें हासिल की हैं। उधर, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि एनडीए गठबंधन किसी को खुश करने के आधार पर हो रहा है। जिन पार्टियों को वे खुश कर रहे हैं, कल उनको हम खुश कर देंगे तो वे हमारे साथ आ जाएंगे।
अभिषेक बनर्जी ने की अखिलेश यादव से मुलाकात
मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिए थे उलटफेर के संकेत
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को विपक्षी इंडिया ब्लॉक की बैठक के बाद एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन, इंडिया ब्लॉक, सही समय पर सही कदम उठाएगा ताकि बीजेपी का शासन समाप्त किया जा सके। खड़गे ने कहा कि इंडिया ब्लॉक फासीवादी शासन का विरोध करना जारी रखेगा। हम लोगों की इच्छा को पूरा करने के लिए उचित समय पर उचित कदम उठाएंगे। साथ ही यह भी कहा कि इंडिया ब्लॉक यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेगा कि देश में बीजेपी का शासन नहीं हो।
नीतीश और चंद्रबाबू का समर्थन नहीं मिलने से झटका
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू एनडीए में शामिल हो गए। यह विपक्ष के लिए बड़ा झटका है। दोनों नेता पहले इंडिया ब्लॉक में रहे हैं। ऐसे में इंडिया ब्लॉक के ज्यादातर नेताओं को यह उम्मीद थी कि जेडीयू और टीडीपी को फिर से इंडिया में लौटा लिया जाएगा। हालांकि, ऐसा नहीं हो सका।
इंडिया ब्लॉक की बैठक में खड़गे ने क्या कहा?
बुधवार की शाम खड़गे के आवास पर इंडिया ब्लॉक की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में खड़गे ने कहा कि हम ऐसी सभी पार्टियों का अपने गठबंधन में सवागत करते हैं जो संविधान के मूल्यों और न्याय के प्रति प्रतिबद्ध हैं। खड़गे ने कहा कि इंडिया गठबंधन में उन सभी दलों का स्वागत है जो संविधान में भरोसा रखते हैं। इसके साथ ही खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि जनादेश मोदी और उनकी राजनीति के खिलाफ है। यह उनकी स्पष्ट नैतिक हार है।
इंडिया ब्लॉक ने जीती हैं 233 सीटें
इस चुनाव में बीजेपी ने 240 सीटें जीतीं और अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कुल 293 सीटों पर कब्जा किया है। वहीं, इंडिया ब्लॉक के पास 233 सीटें हैं, जिनमें से 99 सीटें अकेले कांग्रेस के पास हैं। खड़गे ने स्पष्ट किया कि इंडिया ब्लॉक भाजपा का विरोध जारी रखेगा और जनता के हित में लड़ाई लड़ता रहेगा। खड़गे के बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
इंडिया ब्लॉक टीडीपी को लुभाने की कोशिश में?
बुधवार की देर रात टीडीपी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और इंडिया ब्लॉक के सहयोगी डीएमके प्रेसिडेंट और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन की मुलाकात हुई। दोनों दिल्ली एयरपोर्ट के वीआईपी लाउंज में एक दूसरे से बातचीत करते नजर आए। इसके बाद से एक बार फिर अटकलें तेज हो गई हैं कि इंडिया ब्लॉक चंद्रबाबू नायडू को अपने पाले में करने की कोशिश में जुटा है। वहीं, दूसरी ओर बुधवार को बिहार से दिल्ली आते वक्त आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार भी प्लेन में एक साथ बैठे और बातचीत करते नजर आए थे।